हिमाचल प्रदेश में शिक्षा
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- हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा और लोक स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और संचार सुविधाओं के सुधार की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। फिर भी राज्य की अधिकांश जनता जीवनयापन के स्तर पर ही है और राज्य के विशाल प्राकृतिक संसाधनों का योजनाबद्ध रूप से दोहन होना अभी बाक़ी है।
- 1970 में शिमला में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही प्रदेश में उच्च शिक्षा संभव हो सकी।
- इस विश्वविद्यालय से 50 से अधिक महाविद्यालय संबद्ध हैं।
- शिमला में एक चिकित्सा महाविद्यालय, पालमपुर में एक कृषि विश्वविद्यालय और सोलन के निकट एक बाग़बानी और वन विश्वविद्यालय भी है।
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडी (शिमला) और सेंट्रल रिसर्च इस्टिट्यूट (कसौली) में शोध कार्य होता है।
- 1960 के दशक के बाद के वर्षों से प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा के विद्यालयों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, इसी के अनुरूप इनमें दाख़िला लेने वालों की संख्या भी बढ़ी।
- हमीरपुर में एक अभियांत्रिकी महाविद्यालय भी है।
- शिक्षण संस्थान
- चौधरी स्वर्ण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय,
- परमार उद्यानकृषि एवं वानिकी विश्वविद्यालय,
- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय,
- जे पी सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मानद विश्वविद्यालय)।
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