गीइज़ अथवा 'इथियोपियाई लिपि' इथियोपिया तथा इरित्रिया की कई भाषाओं को लिखने में प्रयुक्त होती है।
- इस लिपि की विशेष बात यह है कि इस पर ब्राह्मी लिपि का स्पष्ट प्रभाव दिखता है।
- एक ही व्यंजन को अलग-अलग स्वरों से मिलाने से व्यंजन का स्वरूप थोड़ा-सा बदल जाता है, जो ब्राह्मी परिवार की लिपियों की विशेषता है।
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