राजकीय संग्रहालय या राँची संग्रहालय मोरादाबी में जनजातीय अनुसंधान संस्थान भवन में स्थित है। यह भारत के झारखंड राज्य की राजधानी राँची के महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है। यह संग्रहालय विभिन्न दूर स्थानों से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसे सन 1974 में आम जनता के लिये खोला गया था। इस राजकीय संग्रहालय का उद्देश्य झारखंड के इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना है।
- यह संग्रहालय प्रागैतिहासिक उपकरणों, पत्थर की मूर्तियों, टेराकोटा, नृवंश विज्ञान वस्तुओं और हथियारों का घर है। संग्रहालय में बिहार के आदिवासी लोगों की संस्कृति और जीवन को भी दिखाया गया है।
- झारखंड की सदियों पुरानी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहरों को संरक्षित और प्रदर्शित करने के उद्देश्य से 2009 में स्थापित, होटवार के राजकीय संग्रहालय में सात अद्भुत गैलरीयां हैं।
- यह संग्रहालय वर्ष 1974 में जनजातीय अनुसंधान संस्थान के परिसर में स्थापित किया गया था, लेकिन बाद में इसे होटवार स्थानांतरित कर दिया गया।
- संग्रहालय में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें 300 लोगों के बैठने की क्षमता है और इसमें कला, संस्कृति और पुरातत्त्व जैसे विषयों की किताबें शामिल हैं।
- संग्रहालय की नृवंशविज्ञान गैलरी जीवन शैली के मॉडल के माध्यम से आदिवासी जीवन शैली के साथ आगंतुकों का परिचय देती है। उनकी शारीरिक विशेषताओं और घरों से लेकर उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वेशभूषा और संगीत के वाद्य यंत्रों तक, आप उन सभी चीजों देख पाएंगे जो जनजातीय समुदायों की जीवन शैली को प्रदर्शित करती हैं।
- इस संग्रहालय में मूर्तिकला गैलरी प्रारंभिक मध्य काल से संबंधित मूर्तिकला टुकड़ी को प्रदर्शित करती है। संग्रहालय में हड़प्पा और मोहन जोदड़ो सभ्यताओं से संबंधित मिट्टी के बर्तनों का एक दुर्लभ संग्रह भी दिखाया गया है।
- पर्यटक चित्र गैलरी का भी दौरा कर सकते हैं, जहां क्षेत्र के प्रसिद्ध कलाकारों की कृतियों का संग्रह प्रदर्शित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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