"आतापि": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
{{संदर्भ|अगस्त्य|वातापि|इल्वल}}
{{संदर्भ|अगस्त्य|वातापि|इल्वल}}
*[[इल्वल]] का ही दूसरा नाम आतापि था।  
*[[इल्वल]] का ही दूसरा नाम आतापि था।  
*आतापि एक असुर था।
*आतापि एक असुर था।
*इसके भाई का नाम [[वातापि]] था।
*इसके भाई का नाम [[वातापि]] था।
*वे दोनों ही [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[इल्वल]]
*वे दोनों ही [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।
 
{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[इल्वल]]
{{संदर्भ ग्रंथ}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
पंक्ति 14: पंक्ति 15:
[[Category:पौराणिक कोश]]
[[Category:पौराणिक कोश]]
[[Category:पौराणिक चरित्र]]
[[Category:पौराणिक चरित्र]]
[[Category:नया पन्ना]]
__INDEX__
__INDEX__

11:48, 1 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

आतापि का उल्लेख इन लेखों में भी है: अगस्त्य, वातापि एवं इल्वल
  • इल्वल का ही दूसरा नाम आतापि था।
  • आतापि एक असुर था।
  • इसके भाई का नाम वातापि था।
  • वे दोनों ही ब्राह्मणों से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।

{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- इल्वल

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख