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'''अग्नितेजस''' पौराणिक धर्मग्रंथों और [[हिन्दू]] मान्यताओं के अनुसार सप्तऋषियों में से एक थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=पौराणिक कोश|लेखक=राणाप्रसाद शर्मा|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=10|url=}}</ref> धर्मसावर्णि नामक ग्यारहवें मन्वन्तर के समय के सप्तऋषियों में से | '''अग्नितेजस''' पौराणिक धर्मग्रंथों और [[हिन्दू]] मान्यताओं के अनुसार सप्तऋषियों में से एक थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=पौराणिक कोश|लेखक=राणाप्रसाद शर्मा|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=10|url=}}</ref> धर्मसावर्णि नामक ग्यारहवें मन्वन्तर के समय के सप्तऋषियों में से ये एक थे।<ref>[[विष्णुपुराण]] 3.2.31</ref> | ||
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06:08, 5 दिसम्बर 2012 के समय का अवतरण
अग्नितेजस पौराणिक धर्मग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार सप्तऋषियों में से एक थे।[1] धर्मसावर्णि नामक ग्यारहवें मन्वन्तर के समय के सप्तऋषियों में से ये एक थे।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 10 |
- ↑ विष्णुपुराण 3.2.31