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हर एक तलाश के रास्ते में मुश्किलें हैं मगर
हर एक तलाश के रास्ते में मुश्किलें हैं मगर
हर एक तलाश मुरादों के रंग लाती है
हर एक तलाश मुरादों के रंग लाती है
हजारों चाँद सितारों का खून होता है
हजारों चाँद सितारों का ख़ून होता है
तब एक सुबह फ़िजाओं पे मुस्कुराती है
तब एक सुबह फ़िजाओं पे मुस्कुराती है
मेरे नदीम मेरे हमसफ़र...
मेरे नदीम मेरे हमसफ़र...


जो अपने खून को पानी बना नहीं सकते
जो अपने ख़ून को पानी बना नहीं सकते
वो जिंदगी में नया रंग ला नहीं सकते
वो ज़िंदगी में नया रंग ला नहीं सकते
जो रास्ते के अँधेरों से हार जाते हैं
जो रास्ते के अँधेरों से हार जाते हैं
वो मंजिलों के उजाले को पा नहीं सकते
वो मंजिलों के उजाले को पा नहीं सकते

13:54, 31 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

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उदास न हो -साहिर लुधियानवी
साहिर लुधियानवी
साहिर लुधियानवी
कवि साहिर लुधियानवी
जन्म 8 मार्च, 1921
जन्म स्थान लुधियाना, पंजाब
मृत्यु 25 अक्तूबर, 1980
मृत्यु स्थान मुम्बई, महाराष्ट्र
मुख्य रचनाएँ तल्ख़ियाँ (नज़्में), परछाईयाँ (ग़ज़ल संग्रह)
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
साहिर लुधियानवी की रचनाएँ

मेरे नदीम मेरे हमसफ़र उदास न हो
कठिन सही तेरी मन्जिल मगर उदास न हो

कदम कदम पे चट्टानें खडी़ रहें लेकिन
जो चल निकले हैं दरिया तो फिर नहीं रुकते
हवाएँ कितना भी टकराएँ आँधियाँ बनकर
मगर घटाओं के परछम कभी नहीं झुकते
मेरे नदीम मेरे हमसफ़र...

हर एक तलाश के रास्ते में मुश्किलें हैं मगर
हर एक तलाश मुरादों के रंग लाती है
हजारों चाँद सितारों का ख़ून होता है
तब एक सुबह फ़िजाओं पे मुस्कुराती है
मेरे नदीम मेरे हमसफ़र...

जो अपने ख़ून को पानी बना नहीं सकते
वो ज़िंदगी में नया रंग ला नहीं सकते
जो रास्ते के अँधेरों से हार जाते हैं
वो मंजिलों के उजाले को पा नहीं सकते
मेरे नदीम मेरे हमसफ़र...


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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