"जाबालि (दशरथ के गुरु)": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=जाबालि|लेख का नाम=जाबा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=जाबालि|लेख का नाम=जाबालि (बहुविकल्पी)}}
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=जाबालि|लेख का नाम=जाबालि (बहुविकल्पी)}}


'''जाबालि''' [[कश्यप]] के वंश में उत्पन्न एक [[ऋषि]] थे। ये [[दशरथ|राजा दशरथ]] के गुरु और मंत्री थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=पौराणिक कोश|लेखक=राणा प्रसाद शर्मा|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=87|url=}}</ref>
'''जाबालि''' [[कश्यप]] के वंश में उत्पन्न एक [[ऋषि]] थे। ये [[दशरथ|राजा दशरथ]] के गुरु और मंत्री थे।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=पौराणिक कोश|लेखक=राणा प्रसाद शर्मा|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=187|url=}}</ref>


*इन्होंने [[चार्वाक दर्शन|चार्वाक]] के सिद्धांतों का प्रयोग करके [[राम|श्रीराम]] को वनगमन से विमुख करने की चेष्टा की थी।<ref>[[रामायण]]</ref>
*इन्होंने [[चार्वाक दर्शन|चार्वाक]] के सिद्धांतों का प्रयोग करके [[राम|श्रीराम]] को वनगमन से विमुख करने की चेष्टा की थी।<ref>[[रामायण]]</ref>

11:25, 10 दिसम्बर 2016 के समय का अवतरण

जाबालि एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जाबालि (बहुविकल्पी)

जाबालि कश्यप के वंश में उत्पन्न एक ऋषि थे। ये राजा दशरथ के गुरु और मंत्री थे।[1]

  • इन्होंने चार्वाक के सिद्धांतों का प्रयोग करके श्रीराम को वनगमन से विमुख करने की चेष्टा की थी।[2]



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 187 |
  2. रामायण

संबंधित लेख