"दिवाने मन, भजन बिना दुख पैहौ -कबीर": अवतरणों में अंतर
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दिवाने मन, भजन बिना | दिवाने मन, भजन बिना दु:ख पैहौ ॥ | ||
पहिला जनम भूत का पै हौ, सात जनम पछिताहौउ । | पहिला जनम भूत का पै हौ, सात जनम पछिताहौउ । | ||
काँटा पर का पानी पैहौ, प्यासन ही मरि जैहौ ॥ 1 ॥ | काँटा पर का पानी पैहौ, प्यासन ही मरि जैहौ ॥ 1 ॥ | ||
दूजा जनम सुवा का पैहौ, | दूजा जनम सुवा का पैहौ, बाग़ बसेरा लैहौ । | ||
टूटे पंख मॅंडराने अधफड प्रान गॅंवैहौ ॥ 2 ॥ | टूटे पंख मॅंडराने अधफड प्रान गॅंवैहौ ॥ 2 ॥ | ||
14:03, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
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दिवाने मन, भजन बिना दु:ख पैहौ ॥ |
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