No edit summary |
No edit summary |
||
(इसी सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[शुक्राचार्य | {{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=देवयानी|लेख का नाम=देवयानी (बहुविकल्पी)}} | ||
'''देवयानी''' [[दैत्य|दैत्यों]] के [[गुरु]] [[शुक्राचार्य]] की कन्या थी। वह [[बृहस्पति ऋषि]] के पुत्र [[कच देवयानी|कच]] के रूप और गुणों की दिव्य छटा देखकर उस पर मुग्ध हो गयी थी और उसे [[हृदय]] से प्यार करने थी। | |||
{{seealso|कच देवयानी}} | {{seealso|कच देवयानी}} | ||
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{कथा}} | |||
{{पौराणिक चरित्र}} | |||
[[Category:कथा साहित्य कोश]] | [[Category:कथा साहित्य कोश]] | ||
[[Category:कथा साहित्य]] | [[Category:कथा साहित्य]] | ||
[[Category:पौराणिक_चरित्र]][[Category:पौराणिक_कोश]] | [[Category:पौराणिक_चरित्र]][[Category:पौराणिक_कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:34, 28 मई 2012 के समय का अवतरण
देवयानी | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- देवयानी (बहुविकल्पी) |
देवयानी दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य की कन्या थी। वह बृहस्पति ऋषि के पुत्र कच के रूप और गुणों की दिव्य छटा देखकर उस पर मुग्ध हो गयी थी और उसे हृदय से प्यार करने थी।
इन्हें भी देखें: कच देवयानी
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|