"आंजन ग्राम": अवतरणों में अंतर
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'''आंजन ग्राम''' [[बिहार]] | '''आंजन ग्राम''' [[बिहार]], वर्तमान [[झारखण्ड]] के [[रांची]]-लोहरदगा रेलमार्ग पर लोहरदगा स्टेशन से गुमला जाने वाली सड़क पर स्थित टोटो ग्राम से 3 मील दूर है। इसे स्थानीय जनश्रुति में [[श्रीराम]] के [[भक्त]] अंजना पुत्र [[हनुमान]] का जन्मस्थान बताया जाता है। [[अंजना]] के नाम पर यहाँ एक '''अंजनी-गुफा''' भी है। | ||
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* वाल्मीकि रामायण 66, 20 के अनुसार अंजना ने हनुमान् को | * [[वाल्मीकि रामायण]] 66, 20 के अनुसार अंजना ने हनुमान् को पर्वत गुहा में जन्म दिया था- | ||
<blockquote>'एवमुक्ता ततस्तुष्टा जननी ते महाकपे, गुहायां त्वां महाबाहो प्रजज्ञे प्लवगर्षभ'।</blockquote> | <blockquote>'एवमुक्ता ततस्तुष्टा जननी ते महाकपे, गुहायां त्वां महाबाहो प्रजज्ञे प्लवगर्षभ'।</blockquote> | ||
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11:12, 4 मई 2018 के समय का अवतरण
आंजन ग्राम बिहार, वर्तमान झारखण्ड के रांची-लोहरदगा रेलमार्ग पर लोहरदगा स्टेशन से गुमला जाने वाली सड़क पर स्थित टोटो ग्राम से 3 मील दूर है। इसे स्थानीय जनश्रुति में श्रीराम के भक्त अंजना पुत्र हनुमान का जन्मस्थान बताया जाता है। अंजना के नाम पर यहाँ एक अंजनी-गुफा भी है।
- वाल्मीकि-रामायण[1]में अंजना की कथा वर्णित है-
'अंजनेति परिख्याता पत्नी केसरिणों हरे:' ।
- वाल्मीकि रामायण 66, 20 के अनुसार अंजना ने हनुमान् को पर्वत गुहा में जन्म दिया था-
'एवमुक्ता ततस्तुष्टा जननी ते महाकपे, गुहायां त्वां महाबाहो प्रजज्ञे प्लवगर्षभ'।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 58| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ वाल्मीकि रामायण किष्किंधा 0 66