"पंडौल": अवतरणों में अंतर
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'''पंडौल''' [[बिहार]] में उत्तर-पूर्व रेलवे की [[दरभंगा]]-जयनगर शाखा पर स्थित एक [[ऐतिहासिक स्थान]] है। [[सीवान ज़िला|सीवान]], [[भागलपुर]], मोकाम, [[गया]] और पंडौल में पाँच बड़ी सूत कताई मिलें हैं। | '''पंडौल''' [[बिहार]] में उत्तर-पूर्व रेलवे की [[दरभंगा]]-जयनगर शाखा पर स्थित एक [[ऐतिहासिक स्थान]] है। [[सीवान ज़िला|सीवान]], [[भागलपुर]], मोकाम, [[गया]] और पंडौल में पाँच बड़ी सूत कताई मिलें हैं।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=517|url=}}</ref> | ||
*एक प्राचीन क़िले के ध्वंसावशेष पंडौल में स्थित हैं, जिस कारण यह स्थान महत्त्वपूर्ण है। | *एक प्राचीन क़िले के ध्वंसावशेष पंडौल में स्थित हैं, जिस कारण यह स्थान महत्त्वपूर्ण है। | ||
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12:03, 7 जून 2012 के समय का अवतरण
पंडौल बिहार में उत्तर-पूर्व रेलवे की दरभंगा-जयनगर शाखा पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। सीवान, भागलपुर, मोकाम, गया और पंडौल में पाँच बड़ी सूत कताई मिलें हैं।[1]
- एक प्राचीन क़िले के ध्वंसावशेष पंडौल में स्थित हैं, जिस कारण यह स्थान महत्त्वपूर्ण है।
- एक जनश्रुति में पंडौल पांडवों के समय का बताया जाता है, जैसा कि स्थान के नाम से भी सूचित होता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 517 |