"स्थानिक": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''स्थानिक''' मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था में ए...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''स्थानिक''' [[मौर्य साम्राज्य]] की शासन व्यवस्था में एक उच्च राजकर्मचारी था।
'''स्थानिक''' [[मौर्य साम्राज्य]] की शासन व्यवस्था में राजकर्मचारी का एक उच्च पद था।


*[[मौर्य काल का शासन प्रबंध|मौर्य काल के शासन प्रबंध]] में प्रान्त ज़िलों में विभक्त थे, जिन्हें 'आहार' या 'विषय' कहते थे और जो सम्भवतः [[विषयपति]] के अधीन था।
*[[मौर्य काल का शासन प्रबंध|मौर्य काल के शासन प्रबंध]] में प्रान्त ज़िलों में विभक्त थे, जिन्हें 'आहार' या 'विषय' कहते थे और जो सम्भवतः [[विषयपति]] के अधीन था।
पंक्ति 12: पंक्ति 12:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{मौर्य काल}}
{{मौर्य काल}}{{ऐतिहासिक शासन-प्रशासन}}
[[Category:मौर्य काल]][[Category:प्राचीन भारत का इतिहास]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:प्राचीन शासन-प्रशासन]][[Category:मौर्य काल]][[Category:प्राचीन भारत का इतिहास]][[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

07:35, 9 जनवरी 2020 के समय का अवतरण

स्थानिक मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था में राजकर्मचारी का एक उच्च पद था।

  • मौर्य काल के शासन प्रबंध में प्रान्त ज़िलों में विभक्त थे, जिन्हें 'आहार' या 'विषय' कहते थे और जो सम्भवतः विषयपति के अधीन था।
  • ज़िले का शासक 'स्थानिक' होता था और स्थानिक के अधीन गोप होते थे, जो पूरे 10 गाँवों के ऊपर शासन करते थे।
  • स्थानिक एक और अधिकारी, जिसे 'समाहर्ता' कहा जाता था, के अधीन कार्य करते थे।


इन्हें भी देखें: मौर्यकालीन भारत, मौर्य काल का शासन प्रबंध, मौर्ययुगीन पुरातात्विक संस्कृति एवं मौर्यकालीन कला


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख