"प्रदेष्ट्र": अवतरणों में अंतर
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07:41, 9 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
प्रदेष्ट्र मौर्य साम्राज्य के शासन प्रबंध में राजकर्मचारी का एक उच्च पद था। प्रदेष्ट्र मौर्य शासन व्यवस्था के महत्त्वपूर्ण अंग थे और जिन्हें कुछ विशेषाधिकार प्राप्त थे।
- मौर्य काल में प्रान्त ज़िलों में विभक्त थे, जिन्हें 'आहार' या 'विषय' कहते थे और जो सम्भवतः विषयपति के अधीन था।
- ज़िले का शासक स्थानिक होता था और स्थानिक के अधीन गोप होते थे, जो पूरे 10 गाँवो के ऊपर शासन करते थे।
- स्थानिक समाहर्ता के अधीन थे। समाहर्ता के अधीन एक और अधिकारी शासन कार्य चलाता था, जिसे 'प्रदेष्ट्र' कहा गया है।
- प्रदेष्ट्र स्थानिक, गोप और ग्राम अधिकारियों के कार्यों की जाँच करता था। इन प्रदेष्ट्रियों को अशोक के प्रादेशिकों के समरूप माना गया है।
इन्हें भी देखें: मौर्यकालीन भारत, मौर्य काल का शासन प्रबंध, मौर्ययुगीन पुरातात्विक संस्कृति एवं मौर्यकालीन कला
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