"रुनकता": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
(8 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 9 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''रुनकता''' [[मथुरा]], [[उत्तर प्रदेश]] का एक छोटा-सा [[ग्राम]], जो मथुरा-[[आगरा]] मार्ग पर मथुरा से 10 मील की दूरी पर स्थित है। | |||
[[मथुरा]]-[[आगरा]] मार्ग पर मथुरा से 10 मील पर स्थित | |||
[[चित्र:Sur Kuti Sur Sarovar Agra-15.jpg|प्रवेश द्वार, सूरसरोवर, रुनकता, [[आगरा]]<br /> Entry Gate, Sur Sarovar, Runakta, Agra|thumb|250px|left]] नीचे उनके पुत्र [[परशुराम]] के नाम पर प्रसिद्ध दूसरा मंदिर है। जनश्रुति है कि | *इस ग्राम का प्राचीन नाम 'रेणुका' क्षेत्र कहा जाता है। किंवदंती है कि यहाँ [[जमदग्नि|महर्षि जमदग्नि]] का [[आश्रम]] स्थित था। | ||
[[Category:ऐतिहासिक | *रुनकता ग्राम में एक ऊंचे टीले पर जमदग्नि और उनकी पत्नी [[रेणुका]] का मंदिर है।[[चित्र:surdas01.jpg|thumb|300px|[[सूरदास]], सूरसरोवर, रुनकता, [[आगरा]]<br /> Surdas, Sur Sarovar, Runakta, Agra]] | ||
[[Category: | [[चित्र:Sur Kuti Sur Sarovar Agra-15.jpg|प्रवेश द्वार, सूरसरोवर, रुनकता, [[आगरा]]<br /> Entry Gate, Sur Sarovar, Runakta, Agra|thumb|250px|left]] नीचे उनके पुत्र [[परशुराम]] के नाम पर प्रसिद्ध दूसरा मंदिर है। | ||
*जनश्रुति है कि [[सूरदास|महाकवि सूरदास]] का जन्म रुनकता ग्राम में ही हुआ था। ये [[मुग़ल]] [[अकबर|बादशाह अकबर]] के समकालीन थे। 'सीही' नामक ग्राम को भी सूरदास का जन्मस्थान माना जाता है। | |||
*[[पारसौली]] नाम के [[ग्राम]] में सूरदास का निवास-स्थान बताया जाता है। | |||
*रूनकता में [[यमुना नदी]] पूर्व दिशा की ओर बहते-बहते एकाएक घूमकर कुछ दूर तक पश्चिम की ओर बहती है। | |||
{{लेख प्रगति |आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | |||
==संबंधित लेख== | |||
{{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | |||
{{ब्रज के दर्शनीय स्थल}} | |||
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]] [[Category:आगरा]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:पर्यटन कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:03, 4 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
रुनकता मथुरा, उत्तर प्रदेश का एक छोटा-सा ग्राम, जो मथुरा-आगरा मार्ग पर मथुरा से 10 मील की दूरी पर स्थित है।
- इस ग्राम का प्राचीन नाम 'रेणुका' क्षेत्र कहा जाता है। किंवदंती है कि यहाँ महर्षि जमदग्नि का आश्रम स्थित था।
- रुनकता ग्राम में एक ऊंचे टीले पर जमदग्नि और उनकी पत्नी रेणुका का मंदिर है।
नीचे उनके पुत्र परशुराम के नाम पर प्रसिद्ध दूसरा मंदिर है।
- जनश्रुति है कि महाकवि सूरदास का जन्म रुनकता ग्राम में ही हुआ था। ये मुग़ल बादशाह अकबर के समकालीन थे। 'सीही' नामक ग्राम को भी सूरदास का जन्मस्थान माना जाता है।
- पारसौली नाम के ग्राम में सूरदास का निवास-स्थान बताया जाता है।
- रूनकता में यमुना नदी पूर्व दिशा की ओर बहते-बहते एकाएक घूमकर कुछ दूर तक पश्चिम की ओर बहती है।
|
|
|
|
|