"कथनी-करणी का अंग -कबीर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 42: | पंक्ति 42: | ||
`कबीर' पढ़िबो दूरि करि, पुस्तक देइ बहाइ । | `कबीर' पढ़िबो दूरि करि, पुस्तक देइ बहाइ । | ||
बावन आषिर सोधि करि, `ररै' `ममै' चित्त लाइ ॥ | बावन आषिर सोधि करि, `ररै' `ममै' चित्त लाइ ॥ | ||
पोथी पढ़ पढ़ जग मुवा, पंडित भया न कोय । | पोथी पढ़ पढ़ जग मुवा, पंडित भया न कोय । |
10:30, 5 सितम्बर 2011 का अवतरण
| ||||||||||||||||||||
|
जैसी मुख तैं नीकसै, तैसी चालै चाल । |
संबंधित लेख