"कबीर के पद -कबीर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{| style="background:transparent; float:right" | {{cite web |url= |title= |accessmonthday= |accessyear= |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language= }}{| style="background:transparent; float:right" | ||
|- | |- | ||
| | | | ||
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
<poem> | <poem> | ||
1. | 1. | ||
प्रेम नगर का अंत न पाया, ज्यों आया त्यों | प्रेम नगर का अंत न पाया, ज्यों आया त्यों जावैगा॥ | ||
सुन मेरे साजन सुन मेरे मीता, या जीवन में क्या क्या | सुन मेरे साजन सुन मेरे मीता, या जीवन में क्या क्या बीता॥ | ||
सिर पाहन का बोझा | सिर पाहन का बोझा लीता, आगे कौन छुड़ावैगा॥ | ||
परली पार मेरा मीता खडि़या, उस मिलने का ध्यान न | परली पार मेरा मीता खडि़या, उस मिलने का ध्यान न धरिया॥ | ||
टूटी नाव, उपर जो बैठा, गाफिल गोता | टूटी नाव, उपर जो बैठा, गाफिल गोता खावैगा॥ | ||
दास कबीर कहैं समझाई, अंतकाल तेरा कौन | दास कबीर कहैं समझाई, अंतकाल तेरा कौन सहाई॥ | ||
चला अकेला संग न कोई, किया अपना | चला अकेला संग न कोई, किया अपना पावैगा॥ | ||
2. | 2. | ||
रहना नहीं देस बिराना | रहना नहीं देस बिराना है॥ | ||
यह संसार कागद की पुडि़या, बूँद पड़े घुल जाना | यह संसार कागद की पुडि़या, बूँद पड़े घुल जाना है॥ | ||
यह संसार | यह संसार काँटे की बाड़ी, उलझ-पुलझ मरि जाना है॥ | ||
यह संसार झाड़ और | यह संसार झाड़ और झाँखर, आग लगे बरि जाना है॥ | ||
कहत कबीर सुनो भाई साधो, सतगुरू नाम ठिकाना | कहत कबीर सुनो भाई साधो, सतगुरू नाम ठिकाना है॥ | ||
</poem> | </poem> | ||
{{Poemclose}} | {{Poemclose}} |
11:15, 8 सितम्बर 2011 का अवतरण
Error on call to Template:cite web: Parameters url and title must be specified। ।{| style="background:transparent; float:right" |- |
कबीर के पद -कबीर
| |
कवि | कबीर |
जन्म | 1398 (लगभग) |
जन्म स्थान | लहरतारा ताल, काशी |
मृत्यु | 1518 (लगभग) |
मृत्यु स्थान | मगहर, उत्तर प्रदेश |
मुख्य रचनाएँ | साखी, सबद और रमैनी |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
|- |
कबीर की रचनाएँ |
---|
|}
1. |
संबंधित लेख