"ओडिशा स्थापना दिवस": अवतरणों में अंतर
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ओडिशा [[भारत]] का एक प्रान्त है जो [[भारत]] के पूर्वी तट पर बसा है। ओडिशा उत्तर में [[झारखण्ड]], उत्तर पूर्व में [[पश्चिम बंगाल]] दक्षिण में [[आंध्र प्रदेश]] और पश्चिम में [[छत्तीसगढ़]] से घिरा है तथा पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]] है। भौगोलिक | ओडिशा [[भारत]] का एक प्रान्त है जो [[भारत]] के पूर्वी तट पर बसा है। ओडिशा उत्तर में [[झारखण्ड]], उत्तर पूर्व में [[पश्चिम बंगाल]] दक्षिण में [[आंध्र प्रदेश]] और पश्चिम में [[छत्तीसगढ़]] से घिरा है तथा पूर्व में [[बंगाल की खाड़ी]] है। भौगोलिक लिहाज़़ से इसके उत्तर में [[छोटा नागपुर पठार|छोटा नागपुर का पठार]] है जो अपेक्षाकत कम उपजाऊ है लेकिन दक्षिण में [[महानदी]], [[ब्राह्मणी नदी|ब्राह्मणी]], [[कालिंदी नदी|कालिंदी]] और वैतरणी नदियों का उपजाऊ मैदान है। यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से [[चावल]] उत्पादक क्षेत्र है। | ||
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13:48, 25 अगस्त 2012 का अवतरण
ओडिशा स्थापना दिवस 1 अप्रॅल को बनाया जाता है। 1 अप्रॅल सन 1936 को ओडिशा को स्वतंत्र प्रांत बनाया गया। स्वतंत्रता के बाद ओडिशा तथा इसके आसपास की रियासतों ने भारत सरकार को अपनी सत्ता सौंप दी। रियासतों (गवर्नर के अधीन प्रांतों) के विलय संबंधी आदेश 1949 के अंतर्गत जनवरी 1949 में ओडिशा की सभी रियासतों का ओडिशा राज्य में सम्पूर्ण विलय हो गया। ओडिशा के कलिंग, उत्कल और उद्र जैसे कई प्राचीन नाम हैं, परन्तु यह प्रदेश मुख्यत: भगवान जगन्नाथ की भूमि के लिए प्रसिद्ध है। भगवान जगन्नाथ ओडिशा के सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन से बहुत गहरे जुडे हुए हैं। विभिन्न समय में ओडिशा के लोगों पर जैन, ईसाई और इस्लाम धर्मो का प्रभाव पडा।
ओडिशा
ओडिशा भारत का एक प्रान्त है जो भारत के पूर्वी तट पर बसा है। ओडिशा उत्तर में झारखण्ड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ़ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। भौगोलिक लिहाज़़ से इसके उत्तर में छोटा नागपुर का पठार है जो अपेक्षाकत कम उपजाऊ है लेकिन दक्षिण में महानदी, ब्राह्मणी, कालिंदी और वैतरणी नदियों का उपजाऊ मैदान है। यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से चावल उत्पादक क्षेत्र है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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