"सहसराम": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{बिहार के | {{बिहार के ऐतिहासिक स्थान}}{{बिहार के नगर}} | ||
{{बिहार के | |||
[[Category:बिहार]][[Category:बिहार के नगर]][[Category:भारत के नगर]] | [[Category:बिहार]][[Category:बिहार के नगर]][[Category:भारत के नगर]] | ||
[[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:अशोक]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:बिहार के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:अशोक]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
06:46, 9 अक्टूबर 2014 का अवतरण
सहसराम बिहार के शाहाबाद ज़िले में स्थित है। इसका आधुनिक नाम सासाराम है। सहसराम में दिल्ली के सुलतान शेरशाह सूरी (1540-1545 ई.) तथा उसके पिता का मक़बरा स्थित है।
- शेरशाह का जन्म स्थान सहसराम ही है। उसका मक़बरा एक विस्तीर्ण तड़ाग के अन्दर बना है।
- यह भवन अठकोण है। इसमें एक बाहरी बरामदा है। गुंबद भीतरी दीवारों पर आधृत है। मक़बरे के चारों ओर एक वर्गाकार चबूतरा है, जिसके कोनों पर छोटे-छोटे मंडप बने हुए हैं। गुंबद के शीर्ष के चतुर्दिक अठकोण स्तंभाकार रचनाएँ हैं, जिससे मक़बरे की बहीरेखा की सुंदरता द्विगणित हो जाती है।
- सहसराम के पूर्व की ओर चंदनपीर की पहाड़ी की एक गुफ़ा में अशोक का लघु शिलालेख संख्या-1 उत्कीर्ण है।
इन्हें भी देखें: सासाराम
|
|
|
|
|