"विष्टि": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=ऐसा परिश्रम जिसका पुरस्कार न दिया जाता हो, फलित ज्योतिष के 11 करणों में से सातवाँ करण जिसे विष्टिभद्रा भी कहते हैं, एक प्रकार का पौराणिक व्रत। | |हिन्दी=ऐसा परिश्रम जिसका पुरस्कार न दिया जाता हो, फलित ज्योतिष के 11 करणों में से सातवाँ करण जिसे विष्टिभद्रा भी कहते हैं, एक प्रकार का पौराणिक व्रत। | ||
|व्याकरण= | |व्याकरण= धातु, [[स्त्रीलिंग]] | ||
|उदाहरण=भुगतेंगे हम यह विष्टि-भार।<ref>[[मैथिलीशरण गुप्त|मैथिलीशरण]] (नहुष, 62</ref> | |उदाहरण=भुगतेंगे हम यह विष्टि-भार।<ref>[[मैथिलीशरण गुप्त|मैथिलीशरण]] (नहुष, 62</ref> | ||
|विशेष= प्रत्येक [[मास]] की 30 तिथियों के 60 करणों में से 8 बार विष्टि/भद्रा होती है। [[कृष्ण पक्ष]]→ [[तृतीया]]/[[दशमी]] का उत्तरार्ध तथा [[सप्तमी]]/[[चतुर्दशी]] का पूर्वार्ध। [[शुक्ल पक्ष]]→[[चतुर्थी]]/[[एकादशी]] का उत्तरार्ध तथा [[अष्टमी]]/[[पूर्णिमा]] का पूर्वार्ध। | |विशेष= प्रत्येक [[मास]] की 30 तिथियों के 60 करणों में से 8 बार विष्टि/भद्रा होती है। [[कृष्ण पक्ष]]→ [[तृतीया]]/[[दशमी]] का उत्तरार्ध तथा [[सप्तमी]]/[[चतुर्दशी]] का पूर्वार्ध। [[शुक्ल पक्ष]]→[[चतुर्थी]]/[[एकादशी]] का उत्तरार्ध तथा [[अष्टमी]]/[[पूर्णिमा]] का पूर्वार्ध। |
12:13, 27 फ़रवरी 2015 का अवतरण
उत्तर भारत में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार विष्टि से अभिप्राय है- बँधुआ मजदूरी, बिना मजदूरी के श्रमिक, करों के बदले का कर देने के साथ-साथ मुक्त मजदूरी करना। इन्हें भी देखें: सल्तनत काल की शब्दावली एवं भूगोल शब्दावली
हिन्दी | ऐसा परिश्रम जिसका पुरस्कार न दिया जाता हो, फलित ज्योतिष के 11 करणों में से सातवाँ करण जिसे विष्टिभद्रा भी कहते हैं, एक प्रकार का पौराणिक व्रत। |
-व्याकरण | धातु, स्त्रीलिंग |
-उदाहरण | भुगतेंगे हम यह विष्टि-भार।[1] |
-विशेष | प्रत्येक मास की 30 तिथियों के 60 करणों में से 8 बार विष्टि/भद्रा होती है। कृष्ण पक्ष→ तृतीया/दशमी का उत्तरार्ध तथा सप्तमी/चतुर्दशी का पूर्वार्ध। शुक्ल पक्ष→चतुर्थी/एकादशी का उत्तरार्ध तथा अष्टमी/पूर्णिमा का पूर्वार्ध। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | व्याप्ति, धन्धा, पेशा, बेगार, व्यवसाय, नरक-वास, भद्रा, प्रेषण, मज़दूरी। |
संस्कृत | (विष् + क्तिन) |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | विवर्ण, विवर्त |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
टीका टिप्पणी और संदर्भ
|
|
|
|
|