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वृषाकपि | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- वृषाकपि (बहुविकल्पी) |
वृषाकपि रुद्र का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, ये ग्यारह रुद्रों में से एक रुद्र का नाम है।[1][2]
- 33 कोटि देवताओं में, जो 11 रुद्र बताये गए हैं, उनमें में एक रूद्र का नाम वृषाकपि हैं।
- ग्यारह रुद्रों के नाम निम्न हैं-
- हर
- बहुरूप
- त्र्यम्बक
- अपराजिता
- वृषाकपि
- शम्भू
- कपर्दी
- रेवत
- म्रग्व्यध
- शर्व तथा
- कपाली[3]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 11 |
- ↑ अनुशासन पर्व महाभारत 158.12-13।
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 476 |
- ↑ वृषाकपि व पृथ्वी (हिन्दी) विजानाति-विजानाति-विज्ञान। अभिगमन तिथि: 15 दिसम्बर, 2015।
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