"अश्वतर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=अश्वतर |लेख का नाम=अश्व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
छो (Text replacement - "पश्चात " to "पश्चात् ")
 
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
'''अश्वतर''' का विवरण [[हिन्दू]] पौराणिक [[महाकाव्य]] [[महाभारत]] में मिलता है।  
'''अश्वतर''' का विवरण [[हिन्दू]] पौराणिक [[महाकाव्य]] [[महाभारत]] में मिलता है।  
*ये एक पाताल निवासी [[नाग]] था, जो कम्बल का भाई था।  
*ये एक पाताल निवासी [[नाग]] था, जो कम्बल का भाई था।  
*तालकेतु नामक दानव के कपट से मदालसा की मृत्यु होने के पश्चात इन्होंने तप से मदालसा-सी कन्या उत्पन्न कर ऋतध्वज को दी थी।<ref>मदालसा मार्कण्डेयपुराण </ref>
*तालकेतु नामक दानव के कपट से मदालसा की मृत्यु होने के पश्चात् इन्होंने तप से मदालसा-सी कन्या उत्पन्न कर ऋतध्वज को दी थी।<ref>मदालसा मार्कण्डेयपुराण </ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}

07:41, 23 जून 2017 के समय का अवतरण

अश्वतर एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अश्वतर (बहुविकल्पी)

अश्वतर का विवरण हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में मिलता है।

  • ये एक पाताल निवासी नाग था, जो कम्बल का भाई था।
  • तालकेतु नामक दानव के कपट से मदालसा की मृत्यु होने के पश्चात् इन्होंने तप से मदालसा-सी कन्या उत्पन्न कर ऋतध्वज को दी थी।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 37 |

  1. मदालसा मार्कण्डेयपुराण

संबंधित लेख