"राक्षस": अवतरणों में अंतर

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'''राक्षस''' अत्यंत प्राचीन काल की एक शक्तिशाली जाति थी, जो अपनी क्रूरता तथा अत्याचारों के कारण कुख्यात थी। इन्हें [[देवता|देव]], मनुष्य इत्यादि तीन गणों में से एक माना गया है। [[हिन्दू]] धार्मिक ग्रंथों में भी कई राक्षसों की कथाएँ मिलती हैं। पौराणिक महाकाव्य [[महाभारत]] में [[पांडव]] [[भीम]] द्वारा [[बकासुर]] तथा [[हिडिम्ब]] आदि कई राक्षसों के वध का उल्लेख है।
'''राक्षस''' अत्यंत प्राचीन काल की एक शक्तिशाली जाति थी, जो अपनी क्रूरता तथा अत्याचारों के कारण कुख्यात थी। इन्हें [[देवता|देव]], मनुष्य इत्यादि तीन गणों में से एक माना गया है। [[हिन्दू]] धार्मिक ग्रंथों में भी कई राक्षसों की कथाएँ मिलती हैं। पौराणिक महाकाव्य [[महाभारत]] में [[पांडव]] [[भीम]] द्वारा [[बकासुर]] तथा [[हिडिम्ब]] आदि कई राक्षसों के वध का उल्लेख है।



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राक्षस एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- राक्षस (बहुविकल्पी)

राक्षस अत्यंत प्राचीन काल की एक शक्तिशाली जाति थी, जो अपनी क्रूरता तथा अत्याचारों के कारण कुख्यात थी। इन्हें देव, मनुष्य इत्यादि तीन गणों में से एक माना गया है। हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में भी कई राक्षसों की कथाएँ मिलती हैं। पौराणिक महाकाव्य महाभारत में पांडव भीम द्वारा बकासुर तथा हिडिम्ब आदि कई राक्षसों के वध का उल्लेख है।


इन्हें भी देखें: असुर


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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