"नजमा हेपतुल्ला": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
|चित्र=Najma-Heptullah.jpg | |चित्र=Najma-Heptullah.jpg | ||
|चित्र का नाम=नजमा हेपतुल्ला | |चित्र का नाम=नजमा हेपतुल्ला | ||
|पूरा नाम=नजमा हेपतुल्ला | |पूरा नाम=डॉ. नजमा हेपतुल्ला | ||
|अन्य नाम= | |अन्य नाम= | ||
|जन्म=[[13 अप्रैल]], [[1940]] | |जन्म=[[13 अप्रैल]], [[1940]] | ||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
|नागरिकता=भारतीय | |नागरिकता=भारतीय | ||
|प्रसिद्धि=राजनीतिज्ञ और लेखिका | |प्रसिद्धि=राजनीतिज्ञ और लेखिका | ||
|पार्टी=[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] और | |पार्टी=[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] और [[भारतीय जनता पार्टी]] (वर्तमान) | ||
|पद=कैबिनेट मंत्री (अल्पसंख्यक मंत्रालय) | |पद=[[मणिपुर]] की वर्तमान [[राज्यपाल]], पूर्व कैबिनेट मंत्री (अल्पसंख्यक मंत्रालय) | ||
|भाषा=[[हिंदी]] | |भाषा=[[हिंदी]] | ||
|जेल यात्रा= | |जेल यात्रा= | ||
|कार्य काल= | |कार्य काल= | ||
|विद्यालय= | |विद्यालय= | ||
|शिक्षा=एम.एससी | |शिक्षा=एम.एससी, हृदय रोग विज्ञान में पीएच.डी. | ||
|पुरस्कार-उपाधि= | |पुरस्कार-उपाधि= | ||
|विशेष योगदान= | |विशेष योगदान= | ||
पंक्ति 32: | पंक्ति 32: | ||
|अन्य जानकारी=राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। | |अन्य जानकारी=राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। | ||
|बाहरी कड़ियाँ= | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन={{अद्यतन|15:49, 15 मार्च 2017 (IST)}} | ||
}} | }} | ||
'''डॉ. नजमा हेपतुल्ला''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Najma Heptulla'', जन्म- [[13 अप्रैल]], [[1940]], [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]]) सौम्य, मृदुल एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व वाली प्रसिद्ध महिला राजनीतिज्ञ हैं। वे भारतीय राजनीति में उन चंद महिला राजनीतिज्ञों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी योग्यता के बल पर अपना एक मुकाम बनाया है। 74 वर्षीय नजमा हेपतुल्ला, [[नरेन्द्र मोदी|प्रधानमंत्री मोदी]] के मंत्रिमंडल में सबसे अधिक उम्र की और एकमात्र [[मुसलमान|मुस्लिम]] महिला सदस्या हैं। उन्हें अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाया गया | '''डॉ. नजमा हेपतुल्ला''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Dr. Najma Heptulla'', जन्म- [[13 अप्रैल]], [[1940]], [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]]) सौम्य, मृदुल एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व वाली प्रसिद्ध महिला राजनीतिज्ञ हैं। वे भारतीय राजनीति में उन चंद महिला राजनीतिज्ञों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी योग्यता के बल पर अपना एक मुकाम बनाया है। 74 वर्षीय नजमा हेपतुल्ला, [[नरेन्द्र मोदी|प्रधानमंत्री मोदी]] के मंत्रिमंडल में सबसे अधिक उम्र की और एकमात्र [[मुसलमान|मुस्लिम]] महिला सदस्या रही हैं। उन्हें अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाया गया था। वर्तमान में नजमा हेपतुल्ला [[मणिपुर]] राज्य की राज्यपाल हैं। | ||
==जन्म तथा शिक्षा== | ==जन्म तथा शिक्षा== | ||
डॉ. हेपतुल्ला का जन्म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था। डॉ. हेपतुल्ला को राजनीति विरासत में मिली है। रिश्ते में [[मौलाना अबुल कलाम आज़ाद]] की नातिन हेपतुल्ला ने एम.एससी. करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएच.डी. प्राप्त की, पर राजनीति में दिलचस्पी के कारण वह [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] से जुड़ी रहीं और जमीनी स्तर पर काम करती रहीं। | डॉ. हेपतुल्ला का जन्म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था। डॉ. हेपतुल्ला को राजनीति विरासत में मिली है। रिश्ते में [[मौलाना अबुल कलाम आज़ाद]] की नातिन हेपतुल्ला ने एम.एससी. करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएच.डी. प्राप्त की, पर राजनीति में दिलचस्पी के कारण वह [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] से जुड़ी रहीं और जमीनी स्तर पर काम करती रहीं। | ||
पंक्ति 47: | पंक्ति 47: | ||
==लेखन कार्य== | ==लेखन कार्य== | ||
राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। इसके अलावा भी वे कई तरह के विषयों पर लिखती रही हैं। | राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। इसके अलावा भी वे कई तरह के विषयों पर लिखती रही हैं। | ||
*नजमा के पति अकबर अली ए. हेपतुल्ला का निधन हो चुका है, उनकी 3 बेटियां हैं, जो [[अमेरिका]] में हैं। | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
10:19, 15 मार्च 2017 का अवतरण
नजमा हेपतुल्ला
| |
पूरा नाम | डॉ. नजमा हेपतुल्ला |
जन्म | 13 अप्रैल, 1940 |
जन्म भूमि | भोपाल, मध्य प्रदेश |
पति/पत्नी | अकबर अली ए. हेपतुल्ला |
संतान | तीन बेटियाँ |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ और लेखिका |
पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (वर्तमान) |
पद | मणिपुर की वर्तमान राज्यपाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री (अल्पसंख्यक मंत्रालय) |
शिक्षा | एम.एससी, हृदय रोग विज्ञान में पीएच.डी. |
भाषा | हिंदी |
संबंधित लेख | कांग्रेस, भाजपा, श्रीमती सोनिया गाँधी |
अन्य जानकारी | राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। |
अद्यतन | 15:49, 15 मार्च 2017 (IST)
|
डॉ. नजमा हेपतुल्ला (अंग्रेज़ी: Dr. Najma Heptulla, जन्म- 13 अप्रैल, 1940, भोपाल, मध्य प्रदेश) सौम्य, मृदुल एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व वाली प्रसिद्ध महिला राजनीतिज्ञ हैं। वे भारतीय राजनीति में उन चंद महिला राजनीतिज्ञों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी योग्यता के बल पर अपना एक मुकाम बनाया है। 74 वर्षीय नजमा हेपतुल्ला, प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में सबसे अधिक उम्र की और एकमात्र मुस्लिम महिला सदस्या रही हैं। उन्हें अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाया गया था। वर्तमान में नजमा हेपतुल्ला मणिपुर राज्य की राज्यपाल हैं।
जन्म तथा शिक्षा
डॉ. हेपतुल्ला का जन्म 13 अप्रैल 1940 को मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था। डॉ. हेपतुल्ला को राजनीति विरासत में मिली है। रिश्ते में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की नातिन हेपतुल्ला ने एम.एससी. करने के बाद हृदय रोग विज्ञान में पीएच.डी. प्राप्त की, पर राजनीति में दिलचस्पी के कारण वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़ी रहीं और जमीनी स्तर पर काम करती रहीं।
राजनैतिक जीवन
मुंबई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उपाध्यक्ष रहीं हेपतुल्ला 1980 से राज्यसभा की सदस्य हैं। वह 1985 से 1986 तथा 1988 से जुलाई 2007 तक राज्यसभा की उपसभापति रहीं इस दौरान उन्होंने सदन की कार्यवाही का कुशल संचालन किया और वह सत्तापक्ष तथा विपक्ष में भी लोकप्रिय बनी रहीं। लेकिन श्रीमती सोनिया गाँधी से उनके रिश्तों में आई खटास के बाद वह भाजपा में शामिल हो गई। इस समय वह राज्यसभा में भाजपा की सांसद हैं।
डॉ. हेपतुल्ला 'भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद' की अध्यक्ष भी रहीं। 2002 में उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने की भी चर्चा चली, पर वह उम्मीदवार नहीं बनाई गईं। उसके बाद वह कांग्रेस के भीतर असंतुष्ट रहने लगी और धीरे-धीरे राजग के निकट आने लगीं। 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा का दामन पकड़ लिया। वे जुलाई 2004 में दोबारा राज्यसभा के लिए भाजपा की टिकट पर चुनी गईं। वे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी बनाई गईं।
राजनीतिक गलियारों में यह कहा जाता रहा है कि अगर डॉ. हेपतुल्ला कांग्रेस में होती तो वे अपनी योग्यता के आधार पर उपराष्ट्रपति पद के लिए स्वाभाविक उम्मीदवार होती। भाजपा में शामिल होने के बाद यह भी माना जाने लगा था कि उपराष्ट्रपति पद के लिए वही पार्टी की स्वाभाविक प्रत्याशी होंगीं।
लेखन कार्य
राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ वे लेखिका भी हैं। उन्होंने 'एड्स: ऐप्रोचेज टु प्रिवैंशन' नाम की किताब भी लिखी है। इसके अलावा भी वे कई तरह के विषयों पर लिखती रही हैं।
- नजमा के पति अकबर अली ए. हेपतुल्ला का निधन हो चुका है, उनकी 3 बेटियां हैं, जो अमेरिका में हैं।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
नरेन्द्र मोदी का कैबिनेट मंत्रिमण्डल
क्रमांक | मंत्री नाम | मंत्रालय |
---|