"सासाराम": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Shershah Tomb2.jpg|thumb|250px|[[शेरशाह सूरी]] का मक़बरा, सासाराम, [[बिहार]]<br />Sher Shah Suri Tomb, Sasaram, Bihar]] | [[चित्र:Shershah Tomb2.jpg|thumb|250px|[[शेरशाह सूरी]] का मक़बरा, सासाराम, [[बिहार]]<br />Sher Shah Suri Tomb, Sasaram, Bihar]] | ||
*सासाराम (सहसराम) [[बिहार]] के शाहाबाद ज़िले में स्थित है। | *सासाराम (सहसराम) [[बिहार]] के शाहाबाद ज़िले में स्थित है। | ||
*सूर वंश के संस्थापक [[अफ़ग़ान]] शासक [[शेरशाह सूरी]] का मक़बरा सासाराम में है और देश का प्रसिद्ध 'ग्रांड ट्रंक रोड' भी इसी शहर से होकर | *[[सूर वंश]] के संस्थापक [[अफ़ग़ान]] शासक [[शेरशाह सूरी]] का मक़बरा सासाराम में है और देश का प्रसिद्ध 'ग्रांड ट्रंक रोड' भी इसी शहर से होकर गुज़रता है। | ||
*सहसराम के समीप एक पहाड़ी पर | *सहसराम के समीप एक पहाड़ी पर गुफ़ा में [[अशोक के शिलालेख|अशोक का लघु शिलालेख]] संख्या एक उत्कीर्ण है। | ||
*अफ़ग़ान शेरशाह सूरी का बाल्यकाल यहीं बीता था। | *अफ़ग़ान शेरशाह सूरी का बाल्यकाल यहीं बीता था। | ||
*शेरशाह सूरी युवा होने पर सहसराम में 21वर्षों तक सफल शासन व्यवस्था कायम की। | *शेरशाह सूरी ने युवा होने पर सहसराम में 21वर्षों तक सफल शासन व्यवस्था कायम की। | ||
*सहसराम उसके पिता की जागीर थी। | *सहसराम उसके पिता की जागीर थी। | ||
*इस समय का उसका सबसे महत्त्वपूर्ण काम लगान सम्बन्धी एक श्रेष्ठ व्यवस्था की स्थापना करना था। | *इस समय का उसका सबसे महत्त्वपूर्ण काम लगान सम्बन्धी एक श्रेष्ठ व्यवस्था की स्थापना करना था। | ||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
*यह अपने समय की [[कला]] का श्रेष्ठतम नमूना है। | *यह अपने समय की [[कला]] का श्रेष्ठतम नमूना है। | ||
*एक विशाल झील के मध्य उठे हुए चबूतरे पर बना यह मक़बरा उसके 'व्यक्तित्व का प्रतीक' है। | *एक विशाल झील के मध्य उठे हुए चबूतरे पर बना यह मक़बरा उसके 'व्यक्तित्व का प्रतीक' है। | ||
*यह तुग़लक़ बादशाहों की इमारतों की सादगी और [[शाहजहाँ]] की इमारतों की स्त्रियोचित सुन्दरता के बीच की कड़ी है। | *यह [[तुग़लक़ वंश|तुग़लक़]] बादशाहों की इमारतों की सादगी और [[शाहजहाँ]] की इमारतों की स्त्रियोचित सुन्दरता के बीच की कड़ी है। | ||
*यह भवन अपनी परिकल्पना में [[इस्लाम|इस्लामी]] पर इसका भीतरी भाग हिन्दू वास्तुकला से सजाया-सँवारा गया है। | *यह भवन अपनी परिकल्पना में [[इस्लाम|इस्लामी]] पर इसका भीतरी भाग हिन्दू वास्तुकला से सजाया-सँवारा गया है। | ||
*इसे उत्तर [[भारत]] की श्रेष्ठ इमारतों में से एक कहा गया है। | *इसे उत्तर [[भारत]] की श्रेष्ठ इमारतों में से एक कहा गया है। | ||
*इस पर [[हिन्दू]] और इस्लामी कला का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। | *इस पर [[हिन्दू]] और इस्लामी कला का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। | ||
*वस्तुतः [[अकबर]] के राज्यकाल के पूर्व हिन्दू-मुस्लिम स्थापत्य के समंवय का सबसे सुन्दर नमूना शेरशाह का मक़बरा है। | *वस्तुतः [[अकबर]] के राज्यकाल के पूर्व हिन्दू-[[मुसलमान|मुस्लिम]] स्थापत्य के समंवय का सबसे सुन्दर नमूना शेरशाह का मक़बरा है। | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
पंक्ति 29: | पंक्ति 29: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{बिहार के ऐतिहासिक स्थान}} | |||
{{बिहार के पर्यटन स्थल}} | {{बिहार के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:बिहार]] | [[Category:बिहार]] | ||
[[Category:बिहार_के_पर्यटन_स्थल]] | [[Category:बिहार_के_पर्यटन_स्थल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
08:01, 10 अप्रैल 2011 का अवतरण
![](/w/images/thumb/6/66/Shershah_Tomb2.jpg/250px-Shershah_Tomb2.jpg)
Sher Shah Suri Tomb, Sasaram, Bihar
- सासाराम (सहसराम) बिहार के शाहाबाद ज़िले में स्थित है।
- सूर वंश के संस्थापक अफ़ग़ान शासक शेरशाह सूरी का मक़बरा सासाराम में है और देश का प्रसिद्ध 'ग्रांड ट्रंक रोड' भी इसी शहर से होकर गुज़रता है।
- सहसराम के समीप एक पहाड़ी पर गुफ़ा में अशोक का लघु शिलालेख संख्या एक उत्कीर्ण है।
- अफ़ग़ान शेरशाह सूरी का बाल्यकाल यहीं बीता था।
- शेरशाह सूरी ने युवा होने पर सहसराम में 21वर्षों तक सफल शासन व्यवस्था कायम की।
- सहसराम उसके पिता की जागीर थी।
- इस समय का उसका सबसे महत्त्वपूर्ण काम लगान सम्बन्धी एक श्रेष्ठ व्यवस्था की स्थापना करना था।
- सहसराम में शेरशाह सूरी का शानदार मक़बरा बना हुआ है।
- इसे स्वयं शेरशाह सूरी ने अपने जीवन काल में बनवाया था।
- यह अपने समय की कला का श्रेष्ठतम नमूना है।
- एक विशाल झील के मध्य उठे हुए चबूतरे पर बना यह मक़बरा उसके 'व्यक्तित्व का प्रतीक' है।
- यह तुग़लक़ बादशाहों की इमारतों की सादगी और शाहजहाँ की इमारतों की स्त्रियोचित सुन्दरता के बीच की कड़ी है।
- यह भवन अपनी परिकल्पना में इस्लामी पर इसका भीतरी भाग हिन्दू वास्तुकला से सजाया-सँवारा गया है।
- इसे उत्तर भारत की श्रेष्ठ इमारतों में से एक कहा गया है।
- इस पर हिन्दू और इस्लामी कला का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है।
- वस्तुतः अकबर के राज्यकाल के पूर्व हिन्दू-मुस्लिम स्थापत्य के समंवय का सबसे सुन्दर नमूना शेरशाह का मक़बरा है।
|
|
|
|
|