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रबर की कृषि का प्रारम्भ सन् 1900 में मारक्किस ऑफ सेलिसबरी के प्रयत्नों से हुआ था। इसी वर्ष दक्षिण अमेरिका से पारारबर के बीज मंगा कर केरल में पेरियार नदी के किनारे लगाये गये थे।
- इसकी उत्तम कृषि के लिए 250 से 320 सेंग्रे. तक का उच्च तापमान, अत्यधिक वर्षा, लाल, लैटराइट, चिकनी एवं दोमट मिट्टी तथा अधिक मानव-श्रम की आवश्यकता होती है।
- इसकी कृषि की उपयुक्त दशाओं की उपलब्धता के कारण यह दक्षिण भारत में पैदा किया जाता है। इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं - केरल, तमिलनाडु तथा कर्नाटक।
- इसके अतिरिक्त अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह में भी कुछ रबर पैदा किया जाता हे।
- 2007-2008 में देश में कुल 9 लाख टन रबड़ का उत्पादन हुआ। देश में रबर बोर्ड का मुख्यालय कोट्टायम (केरल) में स्थित हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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