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'''सुन्दर लाल बहुगुणा''' पर्यावरणविद्, '[[चिपको आन्दोलन]]' के प्रमुख नेता थे। इन्हें सन [[1984]] के राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।  
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'''सुन्दर लाल बहुगुणा''' प्रसिद्ध पर्यावरणविद्, '[[चिपको आन्दोलन]]' के प्रमुख नेता थे। इन्हें सन [[1984]] के राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।  
==जीवन परिचय==
==जीवन परिचय==
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==पुरस्कार==  
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सुन्दरलाल बहुगुणा
सुन्दर लाल बहुगुणा
सुन्दर लाल बहुगुणा
पूरा नाम सुन्दर लाल बहुगुणा
जन्म 9 जनवरी, 1927
जन्म भूमि सिलयारा, उत्तराखंड
पति/पत्नी विमला नौटियाल
संतान राजीव बहुगुणा, माधुरी पाठक, प्रदीप बहुगुणा
नागरिकता भारतीय
शिक्षा बी.ए., एम.ए. (अपूर्ण)
पुरस्कार-उपाधि पद्मश्री, पद्म विभूषण, राष्ट्रीय एकता पुरस्कार, राइट लाइव लीहुड पुरस्कार (चिपको आंदोलन), जमनालाल बजाज पुरस्कार और सामाजिक विज्ञान के डॉक्टर की मानद उपाधि आईआईटी रुड़की द्वारा
विशेष योगदान चिपको आन्दोलन के प्रमुख नेता
कार्य क्षेत्र सामाजिक कार्यकर्ता, गांधीवादी
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सुन्दर लाल बहुगुणा प्रसिद्ध पर्यावरणविद्, 'चिपको आन्दोलन' के प्रमुख नेता थे। इन्हें सन 1984 के राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

जीवन परिचय

सुन्दर लाल बहुगुणा का जन्म 9 जनवरी, सन 1927 को देवों की भूमि उत्तराखंड के सिलयारा नामक स्थान पर हुआ था। प्राथमिक शिक्षा के बाद वे लाहौर चले गए और वहीं से उन्होंने कला स्नातक किया था। अपनी पत्नी श्रीमती विमला नौटियाल के सहयोग से इन्होंने सिलयारा में ही 'पर्वतीय नवजीवन मण्डल' की स्थापना भी की।

पुरस्कार

सुन्दर लाल बहुगुणा को सन 1981 में पद्मश्री, 1987 में राइट लाइवलीहुड पुरस्कार (चिपको आंदोलन), रचनात्मक कार्य के लिए सन 1986 में जमनालाल बजाज पुरस्कार, 1989 सामाजिक विज्ञान के डॉक्टर की मानद उपाधि आईआईटी रुड़की द्वारा और सन 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख