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*कुमारग्राम [[वैशाली]] ([[बिहार]]) के निकट एक ग्राम है जहाँ [[जैन]] [[महावीर|तीर्थंकर महावीर]] ने तपस्या की थी।
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*यहाँ [[जैन]] [[महावीर|तीर्थंकर महावीर]] ने तपस्या की थी।
*जैन कथाओं के अनुसार महावीर को इस स्थान पर एक कृषक ने धोखे से अपने बैलों का चोर समझ कर पीटा था किंतु वे फिर भी शांत तथा अक्षुब्ध रहे और कृषक उनसे प्रभावित होकर उनका अनुयायी बन गया।
*जैन कथाओं के अनुसार महावीर को इस स्थान पर एक कृषक ने धोखे से अपने बैलों का चोर समझ कर पीटा था किंतु वे फिर भी शांत तथा अक्षुब्ध रहे और कृषक उनसे प्रभावित होकर उनका अनुयायी बन गया।


 
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06:09, 9 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

कुमारग्राम बिहार राज्य के वैशाली के निकट एक ऐतिहासिक ग्राम है।

  • यहाँ जैन तीर्थंकर महावीर ने तपस्या की थी।
  • जैन कथाओं के अनुसार महावीर को इस स्थान पर एक कृषक ने धोखे से अपने बैलों का चोर समझ कर पीटा था किंतु वे फिर भी शांत तथा अक्षुब्ध रहे और कृषक उनसे प्रभावित होकर उनका अनुयायी बन गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ


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