"निम्मी": अवतरणों में अंतर
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अभिनेत्री निम्मी का जन्म 18 फ़रवरी, 1933 को [[आगरा]] में हुआ था। उनकी [[माँ]] का नाम वहीदन था, जो अपने दौर की मशहूर गायिका और अभिनेत्री थीं। निम्मी के [[पिता]] अब्दुल हकीम मिलिट्री में ठेकेदार थे। जब निम्मी केवल नौ वर्ष की थीं, तब इनकी माँ का स्वर्गवास का हो गया। उनके पिता ने निम्मी को ऐबटाबाद<ref>अब पाकिस्तान में</ref>रहने के लिए दादी के पास भेज दिया। निम्मी के पिता स्वयं आगरा छोड़ कर [[मेरठ]] आ गये। | अभिनेत्री निम्मी का जन्म 18 फ़रवरी, 1933 को [[आगरा]] में हुआ था। उनकी [[माँ]] का नाम वहीदन था, जो अपने दौर की मशहूर गायिका और अभिनेत्री थीं। निम्मी के [[पिता]] अब्दुल हकीम मिलिट्री में ठेकेदार थे। जब निम्मी केवल नौ वर्ष की थीं, तब इनकी माँ का स्वर्गवास का हो गया। उनके पिता ने निम्मी को ऐबटाबाद<ref>अब पाकिस्तान में</ref>रहने के लिए दादी के पास भेज दिया। निम्मी के पिता स्वयं आगरा छोड़ कर [[मेरठ]] आ गये। | ||
====मुम्बई आगमन==== | ====मुम्बई आगमन==== | ||
सन [[1947]] में [[भारत]] और [[पाकिस्तान]] के विभाजन के बाद शरणार्थियों की भीड़ में निम्मी और उनकी दादी भी थीं। निम्मी अपनी दादी के साथ [[बम्बई]] (वर्तमान मुम्बई) आ गयीं, जहाँ उनकी मौसी ज्योति रहती थीं, जो की [[हिन्दी]] | सन [[1947]] में [[भारत]] और [[पाकिस्तान]] के विभाजन के बाद शरणार्थियों की भीड़ में निम्मी और उनकी दादी भी थीं। निम्मी अपनी दादी के साथ [[बम्बई]] (वर्तमान मुम्बई) आ गयीं, जहाँ उनकी मौसी ज्योति रहती थीं, जो की [[हिन्दी]] फ़िल्मों में काम करती थीं। अब बम्बई निम्मी का नया आशियाना था, जहाँ एक रिफ्यूजी लड़की इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए तैयार थी। | ||
==फ़िल्मी शुरुआत== | ==फ़िल्मी शुरुआत== | ||
सन [[1948]] में प्रसिद्ध | सन [[1948]] में प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता-निर्देशक [[महबूब ख़ान]], सेंट्रल स्टूडियो बम्बई में अपनी फ़िल्म 'अंदाज़' की शूटिंग कर रहे थे। 'अंदाज़' में [[दिलीप कुमार]] और [[राज कपूर]] के साथ थीं [[नर्गिस]]। इन तीनों ने पहली और आखिरी बार एक साथ काम किया था। निम्मी भी यहाँ मौजूद थीं। वह अक्सर शूटिंग देखने आती थीं। यहीं उन्हें राज कपूर ने देखा। उन दिनों राज कपूर फ़िल्म 'बरसात' ([[1949]]) के लिए एक नए चेहरा तलाश रहे थे। 'अंदाज' के सेट पर निम्मी का शर्मीला व्यवहार देखने के बाद 'बरसात' में अभिनेता [[प्रेम नाथ]] के साथ निम्मी को ले लिया गया। 'बरसात' में निम्मी हृदयहीन शहरी प्रेम नाथ आदमी को प्यार करती है। निम्मी ने मासूम पहाड़ी गड़ेरिन की भूमिका निभाई थी।<ref>{{cite web |url= http://sanjogwalter.blogspot.in/2012/07/blog-post_5759.html|title=निम्मी|accessmonthday=30 दिसम्बर|accessyear=2012|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=[[हिन्दी]]}}</ref> | ||
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13:31, 30 दिसम्बर 2012 का अवतरण
निम्मी (जन्म- 18 फ़रवरी, 1933, आगरा, उत्तर प्रदेश) भारतीय हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक रही हैं। उनका असली नाम 'नवाब बानू' था। बॉलीवुड की इस मासूम-सी खूबसूरत अभिनेत्री का राज कपूर ने फ़िल्मी दुनिया से परिचय करवाया था। हालांकि निम्मी की फ़िल्मी शुरुआत सहायक अभिनेत्री के तौर पर राज कपूर और नर्गिस अभिनीत फ़िल्म 'बरसात' (1949) से हुई थी। दिलचस्प बात तो यह भी है कि इस खूबसूरत अभिनेत्री पर राज कपूर की नज़र उस समय पड़ी, जब वे एक फ़िल्म की शूटिंग देख रही थीं। निम्मी अपनी समकालीन नायिकाओं मधुबाला, नर्गिस, नूतन, मीना कुमारी, सुरैया और गीता बाली के समान ही प्रतिभाशाली थीं।
जन्म
अभिनेत्री निम्मी का जन्म 18 फ़रवरी, 1933 को आगरा में हुआ था। उनकी माँ का नाम वहीदन था, जो अपने दौर की मशहूर गायिका और अभिनेत्री थीं। निम्मी के पिता अब्दुल हकीम मिलिट्री में ठेकेदार थे। जब निम्मी केवल नौ वर्ष की थीं, तब इनकी माँ का स्वर्गवास का हो गया। उनके पिता ने निम्मी को ऐबटाबाद[1]रहने के लिए दादी के पास भेज दिया। निम्मी के पिता स्वयं आगरा छोड़ कर मेरठ आ गये।
मुम्बई आगमन
सन 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद शरणार्थियों की भीड़ में निम्मी और उनकी दादी भी थीं। निम्मी अपनी दादी के साथ बम्बई (वर्तमान मुम्बई) आ गयीं, जहाँ उनकी मौसी ज्योति रहती थीं, जो की हिन्दी फ़िल्मों में काम करती थीं। अब बम्बई निम्मी का नया आशियाना था, जहाँ एक रिफ्यूजी लड़की इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए तैयार थी।
फ़िल्मी शुरुआत
सन 1948 में प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता-निर्देशक महबूब ख़ान, सेंट्रल स्टूडियो बम्बई में अपनी फ़िल्म 'अंदाज़' की शूटिंग कर रहे थे। 'अंदाज़' में दिलीप कुमार और राज कपूर के साथ थीं नर्गिस। इन तीनों ने पहली और आखिरी बार एक साथ काम किया था। निम्मी भी यहाँ मौजूद थीं। वह अक्सर शूटिंग देखने आती थीं। यहीं उन्हें राज कपूर ने देखा। उन दिनों राज कपूर फ़िल्म 'बरसात' (1949) के लिए एक नए चेहरा तलाश रहे थे। 'अंदाज' के सेट पर निम्मी का शर्मीला व्यवहार देखने के बाद 'बरसात' में अभिनेता प्रेम नाथ के साथ निम्मी को ले लिया गया। 'बरसात' में निम्मी हृदयहीन शहरी प्रेम नाथ आदमी को प्यार करती है। निम्मी ने मासूम पहाड़ी गड़ेरिन की भूमिका निभाई थी।[2]
मधुबाला से दोस्ती
महबूब ख़ान के निर्देशन में बनी फ़िल्म 'अमर' (1954) अपने समय की आगे की फ़िल्म थी, जो संभवत इसी कारण काफ़ी दर्शकों को पंसद नहीं आयी। लेकिन इस फ़िल्म में मधुबाला और निम्मी, इन दोनों अभिनेत्रियों के काम की सराहना हुई। फ़िल्म में मधुबाला ने मीना कुमारी की जगह पर काम किया था। मीना कुमारी ने फ़िल्म की 15 दिनों तक शूटिंग करने के बाद महबूब ख़ान से मनमुटाव के कारण फ़िल्म को छोड़ दिया था। इस कारण मधुबाला तथा निम्मी को एक साथ काम करने का मौका मिला। फ़िल्म 'अमर' के सेट पर निम्मी और मधुबाला में गहरी दोस्ती हो गयी थी। वे अपने भोजन के साथ-साथ मेकअप रूम और अपने अनुभवों को भी शेयर करती थीं। दोनों इतनी गहरी दोस्त हो गयी थीं कि उनके बीच दिलीप कुमार को लेकर भी चर्चाएँ होने लगीं, जो उस फ़िल्म में मुख्य भूमिका में थे।[3]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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