प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) ('{{पुनरीक्षण}} '''कालनेमि''' विरोचन का पुत्र था। पौराणिक प...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कालनेमि''' विरोचन का पुत्र था। पौराणिक परंपरा के अनुसार [[कंस]] पूर्वजन्म में कालनेमि असुर था। | |||
'''कालनेमि''' विरोचन का पुत्र था। पौराणिक परंपरा के अनुसार [[कंस]] पूर्वजन्म में | *देवासुर संग्राम में कालनेमि ने भगवान [[विष्णु|हरि]] पर अपने सिंह पर बैठे ही बैठे बड़े वेग से [[त्रिशूल]] चलाया, पर हरि ने उस त्रिशूल को पकड़ लिया और उसी से उसको तथा उसके वाहन को मार डाला। | ||
*देवासुर संग्राम में कालनेमि ने भगवान हरि पर अपने सिंह पर बैठे ही बैठे बड़े वेग से [[त्रिशूल]] चलाया, पर हरि ने उस त्रिशूल को पकड़ लिया और उसी से उसको तथा उसके वाहन को मार डाला। | |||
*एक अन्य पौराणिक प्रसंग के अनुसार युद्ध में उसने अनेक प्रकार की माया फैलाई और [[ब्रह्मास्त्र]] का प्रयोग किया। वर तारकामय में हरि के चक्र में मारा गया। | *एक अन्य पौराणिक प्रसंग के अनुसार युद्ध में उसने अनेक प्रकार की माया फैलाई और [[ब्रह्मास्त्र]] का प्रयोग किया। वर तारकामय में हरि के चक्र में मारा गया। | ||
पंक्ति 13: | पंक्ति 12: | ||
{{पौराणिक चरित्र}} | {{पौराणिक चरित्र}} | ||
[[Category:पौराणिक चरित्र]] | [[Category:पौराणिक चरित्र]] | ||
[[Category:पौराणिक कोश]] | [[Category:पौराणिक कोश]][[Category:हिन्दी विश्वकोश]] | ||
[[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]] | [[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:49, 23 नवम्बर 2013 का अवतरण
कालनेमि विरोचन का पुत्र था। पौराणिक परंपरा के अनुसार कंस पूर्वजन्म में कालनेमि असुर था।
- देवासुर संग्राम में कालनेमि ने भगवान हरि पर अपने सिंह पर बैठे ही बैठे बड़े वेग से त्रिशूल चलाया, पर हरि ने उस त्रिशूल को पकड़ लिया और उसी से उसको तथा उसके वाहन को मार डाला।
- एक अन्य पौराणिक प्रसंग के अनुसार युद्ध में उसने अनेक प्रकार की माया फैलाई और ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया। वर तारकामय में हरि के चक्र में मारा गया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख