"वेंकैया नायडू": अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) (''''मुप्पवरपु वेंकैया नायडू''' (अंग्रेज़ी: ''Muppavarapu Venkaiah Naidu'',...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 26: | पंक्ति 26: | ||
<references/> | <references/> | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
*[http://www.hindu.com/2004/06/29/stories/2004062906581100.htm Venkaiah Naidu among 10 elected to Rajya Sabha ] | |||
*[http://m.rediff.com/news/1998/mar/16karna.htm ] | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{नरेन्द्र मोदी का मंत्रिमण्डल}} | {{नरेन्द्र मोदी का मंत्रिमण्डल}} |
11:13, 23 जून 2014 का अवतरण
मुप्पवरपु वेंकैया नायडू (अंग्रेज़ी: Muppavarapu Venkaiah Naidu, जन्म: 1 जुलाई 1949) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं वर्तमान भारत सरकार में शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उन्मूलन तथा संसदीय कार्य मंत्री हैं। इससे पहले, वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं। वेंकैया नायडू 2002 से 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
जीवन परिचय
वेंकैया नायडू का जन्म 1 जुलाई 1949 को चावटपलेम, नेल्लोर जिला, आंध्र प्रदेश के एक कम्मा परिवार में हुआ था। इन्होंने वी. आर. हाई स्कूल, नेल्लोर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और वी.आर. कॉलेज से राजनीति तथा राजनयिक अध्ययन में स्नातक किया। ये स्नातक प्रतिष्ठा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुये। तत्पश्चात इन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम से कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की। वे बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य रहे।
राजनीतिक परिचय
एक छात्र नेता के रूप में उन्होंने वर्ष 1973-1974 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर राजनीति में अपना कैरियर शुरू किया। 1974 में वे आंध्र विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुये। कुछ दिनों तक ये आंध्र प्रदेश के छात्र संगठन समिति के संयोजक भी रह चुके हैं। वेंकैया नायडू की पहचान हमेशा एक 'आंदोलनकारी' के रूप में रही है। वे 1972 में 'जय आंध्र आंदोलन' के दौरान पहली बार सुर्खियों में आए। इन्होंने इस दौरान नेल्लोर के आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेते हुये विजयवाड़ा से आंदोलन का नेतृत्व किया। छात्र जीवन में उन्होने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विचारधारा से प्रभावित होकर आपातकालीन संघर्ष में हिस्सा लिया। वे आपातकाल के विरोध में सड़कों पर उतर आए और उन्हें जेल भी जाना पड़ा। आपातकाल के बाद वे 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के युवा शाखा के अध्यक्ष रहे। आंध्र प्रदेश में भाजपा के सबसे प्रभावशाली नेता वेंकैया नायडू वर्ष 2002 से 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। आंध्र प्रदेश विधानसभा में उदयगिरी चुनाव क्षेत्र से दो बार 1978-1983 में विधायक चुने गए थे। सन् 1998 में कर्नाटक से राज्यसभा के सदस्य चुने गए। वर्ष 1999 के आम चुनाव में अटल सरकार बनने के बाद वैंकेया को कैबिनेट मंत्रालय में शामिल किया गया। वर्ष 2005 में पार्टी उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए।[1]
राजनीतिक कॅरियर में अहम पड़ाव
- 1973-1974: अध्यक्ष, छात्र संघ, आंध्र विश्वविद्यालय
- 1974: संयोजक, लोक नायक जयप्रकाश नारायण युवजन चतरा संघर्ष समिति, आंध्र प्रदेश
- 1977-1980: अध्यक्ष, जनता पार्टी की युवा शाखा, आंध्र प्रदेश
- 1978-85: सदस्य, विधान सभा, आंध्र प्रदेश (दो बार)
- 1980-1985: नेता, आंध्र प्रदेश भाजपा विधायक दल
- 1985-1988: महासचिव, आंध्र प्रदेश राज्य भाजपा
- 1988-1993: अध्यक्ष, आंध्र प्रदेश राज्य भाजपा
- 1993 - सितंबर, 2000: राष्ट्रीय महासचिव, भारतीय जनता पार्टी, सचिव, भाजपा संसदीय बोर्ड, सचिव, भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति, भाजपा के प्रवक्ता
- 1998 के बाद: सदस्य, कर्नाटक से राज्यसभा (तीन बार)
महत्त्वपूर्व पद
- 1 जुलाई 2002 से 30 सितंबर 2000 - भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री
- 5 अक्टूबर 2004 से 1 जुलाई 2002 - राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
- अप्रैल 2005 के बाद: राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
- 26 मई 2014- शहरी विकास और संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वैंकेया नायडू : कैबिनेट मंत्री (हिंदी) समीरा। अभिगमन तिथि: 23 जून, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
नरेन्द्र मोदी का कैबिनेट मंत्रिमण्डल
क्रमांक | मंत्री नाम | मंत्रालय |
---|