"रज्जु": अवतरणों में अंतर
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'''रज्जु''' का शाब्दिक अर्थ है रस्सी। [[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार रज्जु भू-राजस्व सर्वेक्षण के संदर्भ में प्रयुक्त भूमि की पैमाइश की एक इकाई होती है। एक रज्जु इकाई 10 दंडों के बराबर होती थी। तकनीकी संदर्भ में यह एक भू-राजस्व विषयक शब्द है, जिसका अर्थ है कि भूमि सर्वेक्षण अभियान के संबंध में राज्य द्वारा किए गए व्यय की कृषकों से वसूली। | '''रज्जु''' का शाब्दिक अर्थ है रस्सी। [[उत्तर भारत]] में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार रज्जु भू-राजस्व सर्वेक्षण के संदर्भ में प्रयुक्त भूमि की पैमाइश की एक इकाई होती है। एक रज्जु इकाई 10 दंडों के बराबर होती थी। तकनीकी संदर्भ में यह एक भू-राजस्व विषयक शब्द है, जिसका अर्थ है कि भूमि सर्वेक्षण अभियान के संबंध में राज्य द्वारा किए गए व्यय की कृषकों से वसूली। | ||
{{seealso|सल्तनत काल की शब्दावली|भूगोल शब्दावली}} | |||
{{शब्द संदर्भ नया | |||
{{ | |अर्थ=रस्सी, डोरी, घोड़े की लगाम, बागडोर | ||
|व्याकरण=[[स्त्रीलिंग]] | |||
|उदाहरण='''रज्जुमार्ग'''- ([[पुल्लिंग]]) ऊँचे पर्वतीय स्थानों आदि में एक स्थान से दूसरे स्थान तक व्यक्तियों के जाने या वस्तुएँ पहुँचाने के लिए खम्भों में रस्से बाँधकर बनाया गया मार्ग। | |||
|विशेष= | |||
|विलोम= | |||
|पर्यायवाची= | |||
|संस्कृत=[(धातु) सृज् + उ, निपात] | |||
|अन्य ग्रंथ= | |||
|संबंधित शब्द= | |||
|संबंधित लेख= | |||
|सभी लेख= | |||
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12:11, 28 फ़रवरी 2015 का अवतरण
रज्जु का शाब्दिक अर्थ है रस्सी। उत्तर भारत में 'प्राचीन भारतीय कृषिजन्य व्यवस्था एवं राजस्व संबंधी पारिभाषिक शब्दावली' के अनुसार रज्जु भू-राजस्व सर्वेक्षण के संदर्भ में प्रयुक्त भूमि की पैमाइश की एक इकाई होती है। एक रज्जु इकाई 10 दंडों के बराबर होती थी। तकनीकी संदर्भ में यह एक भू-राजस्व विषयक शब्द है, जिसका अर्थ है कि भूमि सर्वेक्षण अभियान के संबंध में राज्य द्वारा किए गए व्यय की कृषकों से वसूली। इन्हें भी देखें: सल्तनत काल की शब्दावली एवं भूगोल शब्दावली
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