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'''ऋतुपर्ण''' [[हिन्दू]] मान्यताओं और पौराणिक [[महाकाव्य]] [[महाभारत]] के उल्लेखानुसार [[अयुतायु]] के [[पुत्र]] तथा [[इक्ष्वाकु वंश]] में उत्पन्न एक राजा थे।
'''ऋतुपर्ण''' [[हिन्दू]] मान्यताओं और पौराणिक [[महाकाव्य]] [[महाभारत]] के उल्लेखानुसार अयुतायु के [[पुत्र]] तथा [[इक्ष्वाकु वंश]] में उत्पन्न एक राजा थे।
*इनके पुत्र का नाम सर्वकाम था।
*इनके पुत्र का नाम सर्वकाम था।
*राजा ऋतुपर्ण को अयोध्या के नरेश कहा जाता था।
*राजा ऋतुपर्ण को अयोध्या के नरेश कहा जाता था।

06:21, 5 मई 2016 का अवतरण

ऋतुपर्ण हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार अयुतायु के पुत्र तथा इक्ष्वाकु वंश में उत्पन्न एक राजा थे।

  • इनके पुत्र का नाम सर्वकाम था।
  • राजा ऋतुपर्ण को अयोध्या के नरेश कहा जाता था।
  • ऋतुपर्ण नल से अविद्या की शिक्षा प्राप्त करते थे।
  • प्राचीन काल में द्यूत की गिनती कला में होती थी। राजा नल ने अपने भाई से हार जाने और बहुत कष्ट झेलने के बाद यह कला राजा ऋतुपर्ण से सीखी थी।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 26 |


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