"दिवाने मन, भजन बिना दुख पैहौ -कबीर": अवतरणों में अंतर
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "बाग " to "बाग़ ") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " दुख " to " दु:ख ") |
||
पंक्ति 31: | पंक्ति 31: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem> | <poem> | ||
दिवाने मन, भजन बिना | दिवाने मन, भजन बिना दु:ख पैहौ ॥ | ||
पहिला जनम भूत का पै हौ, सात जनम पछिताहौउ । | पहिला जनम भूत का पै हौ, सात जनम पछिताहौउ । |
14:03, 2 जून 2017 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||||||||
|
दिवाने मन, भजन बिना दु:ख पैहौ ॥ |
संबंधित लेख