"संगति का अंग -कबीर": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Kabirdas-2.jpg |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "वरन " to "वरन् ") |
||
पंक्ति 41: | पंक्ति 41: | ||
ऊँचे कुल क्या जनमियां, जे करनी ऊँच न होइ । | ऊँचे कुल क्या जनमियां, जे करनी ऊँच न होइ । | ||
सोवरन् कलस सुरै भर्या, साधू निंदा सोइ ॥4॥ | |||
`कबिरा' खाई कोट की, पानी पिवै न कोइ । | `कबिरा' खाई कोट की, पानी पिवै न कोइ । |
07:39, 7 नवम्बर 2017 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||||||||
|
हरिजन सेती रूसणा, संसारी सूँ हेत । |
संबंधित लेख