"अगस्त्याश्रम": अवतरणों में अंतर

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*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 9-10| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
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10:05, 3 मई 2018 का अवतरण

अगस्त्याश्रम बिहार का एक ऐतिहासिक स्थान है।

  • 'पांडव अपनी तीर्थयात्रा के प्रसंग में गया से आगे चलकर अगस्त्याश्रम पहुंचे थें। यही मणिमती नगरी की स्थिति थी।
  • शायद यह राजगृह के निकट स्थित था।
  • अगस्त्यतीर्थ जो दक्षिण समुद्र तट पर स्थित था इससे भिन्न था।
  • जान पड़ता है कि प्राचीनकाल में अगस्त्य के आश्रमों की परंपरा, बिहार से नासिक एवं दक्षिण समुद्रतट तक विस्तृत थी।
  • पौराणिक साहित्य के अनुसार अगस्त्य-ऋषि ने भारत की आर्य-सभ्यता का सुदूर दक्षिण तथा समुद्रपार के देशों तक प्रचार किया था।
तत: सम्प्रस्थितो राजा कौंतेयो भूरिदक्षिण: अगस्त्याश्रममासाद्य दुर्जयायामुवास ह।[1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 9-10| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

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