"ख़ानक़ाह": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
सूफ़ी-सन्तों के आरामगाह को ख़ानक़ाह कहा जाता था। | सूफ़ी-सन्तों के आरामगाह को ख़ानक़ाह कहा जाता था। | ||
{{ | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{सल्तनतकालीन प्रशासन}} | {{सल्तनतकालीन प्रशासन}}{{ऐतिहासिक शासन-प्रशासन}} | ||
[[Category:दिल्ली सल्तनत]] | |||
[[Category:ऐतिहासिक शब्दावली]] | |||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
09:07, 9 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
ख़ानक़ाह शब्द का प्रयोग भारत के इतिहास में सल्तनत काल के दौरान अधिक होता था।
जिसका अर्थ होता था:
सूफ़ी-सन्तों के आरामगाह को ख़ानक़ाह कहा जाता था।
|
|
|
|
|