"मधुकर दिघे": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{राज्यपाल}} | {{अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल}}{{राज्यपाल}} | ||
[[Category:राज्यपाल]][[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल]][[Category:मेघालय के राज्यपाल]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:समाजवादी पार्टी]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]] | [[Category:राज्यपाल]][[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल]][[Category:मेघालय के राज्यपाल]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:समाजवादी पार्टी]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:19, 23 जून 2021 के समय का अवतरण
मधुकर दिघे
| |
पूरा नाम | मधुकर दिघे |
जन्म | 26 अक्टूबर, 1920 |
जन्म भूमि | महाराष्ट्र |
मृत्यु | 28 जुलाई, 2014 |
मृत्यु स्थान | दिल्ली |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पद | राज्यपाल, मेघालय- 9 मई, 1990 से 8 जून, 1995 राज्यपाल, अरुणाचल प्रदेश- 5 जुलाई, 1993 से 20 अक्टूबर, 1993 |
संबंधित लेख | राज्यपाल, राममनोहर लोहिया, मुलायम सिंह यादव |
अन्य जानकारी | मधुकर दिघे श्रमिक आंदोलनों से जुडे़ थे। पूर्वान्चल के विकास में उनकी गहरी रूचि थी। समाजवादी पार्टी में वे राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे थे। |
मधुकर दिघे (अंग्रेज़ी: Madhukar Dighe, जन्म- 26 अक्टूबर, 1920; मृत्यु- 28 जुलाई, 2014) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। वह मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे थे। वर्ष 1977 में मधुकर दिघे उत्तर प्रदेश सरकार में वित्तमंत्री रहे। उन्होंने राममनोहर लोहिया के नेतृत्व में समाजवादी आंदोलन में सक्रिय भाग लिया था।
- मधुकर दीघे का जन्म 26 अक्टूबर, 1920 को महाराष्ट्र के एक गरीब परिवार में हुआ था।
- अंग्रेजी हुकूमत से देश को आजाद कराने के लिए मधुकर दिघे स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और जेल भी गए।
- वे समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया के काफी निकट थे।
- मधुकर दिघे ने अपनी संघर्ष क्षमता के बूते पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर को अपनी कर्मभूमि बनाया और जनप्रिय नेता बने।
- वह तीन बार गोरखपुर के पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते और 1977 में प्रदेश में बनी जनता पार्टी की सरकार में वित्तमंत्री बने। गन्ना किसानों के आंदोलन को निर्णायक मुकाम पर ले जाने के कारण उन्हें यहां की सियासत में अलग पहचान मिली थी।
- प्रख्यात समाजवादी नेता मधुकर दिघे का निधन 28 जुलाई, 2014 को दिल्ली में हुआ। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और एम्स में भर्ती थे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सहकारिता मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव सहित कई लोगों ने उनके निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया।[1]
- सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शोक जताते हुए कहा था कि- "डॉ. राम मनोहर लोहिया के नेतृत्व में समाजवादी आंदोलन में सक्रिय रहे मधुकर दीघे के निधन से समाजवादी आंदोलन की गहरी क्षति हुई है। वे श्रमिक आंदोलनों से भी जुडे़ थे। पूर्वान्चल के विकास में उनकी गहरी रूचि थी। समाजवादी पार्टी में वे राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे थे"।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पूर्व राज्यपाल मधुकर दीघे का निधन (हिंदी) naidunia.com। अभिगमन तिथि: 23 जून, 2021।