संविधान संशोधन- 60वाँ
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संविधान संशोधन- 60वाँ
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विवरण | 'भारतीय संविधान' का निर्माण 'संविधान सभा' द्वारा किया गया था। संविधान में समय-समय पर आवश्यकता होने पर संशोधन भी होते रहे हैं। विधायिनी सभा में किसी विधेयक में परिवर्तन, सुधार अथवा उसे निर्दोष बनाने की प्रक्रिया को ही 'संशोधन' कहा जाता है। |
संविधान लागू होने की तिथि | 26 जनवरी, 1950 |
60वाँ संशोधन | 1988 |
संबंधित लेख | संविधान सभा |
अन्य जानकारी | 'भारत का संविधान' ब्रिटेन की संसदीय प्रणाली के नमूने पर आधारित है, किन्तु एक विषय में यह उससे भिन्न है। ब्रिटेन में संसद सर्वोच्च है, जबकि भारत में संसद नहीं; बल्कि 'संविधान' सर्वोच्च है। |
भारत का संविधान (60वाँ संशोधन) अधिनियम, 1988
- भारत के संविधान में एक और संशोधन किया गया।
- अधिनियम, संविधान, के खंड (2) का इस दृष्टि से संशोधन करता है, जिससे कि वृत्तियों, व्यापारों, आजीविकाओं और नियोजनों पर कर की अधिकतम सीमा को 250 रुपये प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 2,500 रुपये प्रतिवर्ष किया जा सके।
- इस कर में वृद्धि करने से राज्यों को अतिरिक्त स्त्रोत जुटाने में सहायता मिलेगी।
- धारा (2) के उपबंध का लोप किया गया है।
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