ऐश्वर्या राय

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ऐश्वर्या राय
ऐश्वर्या राय
ऐश्वर्या राय
पूरा नाम ऐश्वर्या राय बच्चन
प्रसिद्ध नाम ऐश्वर्या राय
अन्य नाम ऐश
जन्म 1 नवंबर 1973
जन्म भूमि मैंगलोर
कर्म-क्षेत्र अभिनेत्री

प्रारंभिक जीवन

ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) हिन्दी फिल्म जगत की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में एक हैं जिन्होंने फिल्मों में अभिनेत्रियों को महज शोपीस के तौर पर इस्तेमाल किये जाने की परंपरागत सोच को न सिर्फ बदला बल्कि बालीवुड को अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी विशेष पहचान दिलायी। ऐश्वर्या राय का जन्म 1 नवंबर 1973 को कर्नाटक के मैंगलोर में हुआ था। ऐश्वर्या राय की प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद, आंध्र प्रदेश मे हुई। कुछ वर्ष के बाद उनका परिवार मुंबई आ गया। बचपन में वह वास्तुकार बनना चाहती थी लेकिन बाद में उनका रूझान मॉडलिंग इंडस्ट्री की ओर हो गया। ऐश्वर्या में अपनी पढाई संता क्रूज़ में आर्य विद्या मंदिर से की और कॉलेज की पढाई जय हिंद कॉलेज और रुपारेल कॉलेज से की। स्कूल के दिनों से ही उन्होंने क्लासिकल नृत्य सीखना शुरू कर दिया था। मॉडलिंग का पहला प्रस्ताव उन्हें कैमलिन कंपनी की ओर से तब मिला जब वो नवीं कक्षा की छात्रा थीं। इसके बाद वो कोक, फूजी और पेप्सी के विज्ञापन में दिखीं। मॉडलिंग के साथ-साथ उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी।

ऐश्वर्या के पिता का नाम कृष्णराज राय जो पेशे से मरीन इंजीनियर है और माता का नाम वृंदा राय है जो एक लेखक हैं और उनका एक भाई है आदित्य जो मर्चंट नेवी में एक इंजिनियर है। 13-14 की उम्र तक उन्हें समझ में ही नहीं आता था कि लोग उन्हें क्यों घूर रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी सुंदरता का गुमान नहीं था। स्कूल में वार्षिकोत्सव के दौरान टीचर उन्हें परी की भूमिका ही निभाने को कहती थी। पढ़ाई में वे हमेशा अव्वल रही और उनकी ख्वाहिश डॉक्टर बनने की थी, लेकिन स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में दाखिला उन्हें पहले मिल गया। बचपन से अपनी माँ के साथ समुद्र तट पर घूमना और मंदिर जाना ऐश की दिनचर्या में शामिल रहा है।

विश्व सुंदरी

वर्ष 1994 में ऐश्वर्या राय ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जहां उन्हें सुष्मिता सेन के बाद दूसरा स्थान जीता और मिस इंडिया वर्ल्ड के खिताब से नवाजा गया। उस साल जहाँ सुष्मिता सेन में मिस उनिवर्स का ख़िताब जीता वही ऐश्वर्या ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में भारतीय सुंदरता का परचम पूरी दुनिया में लहराते हुये रीता फारिया के बाद मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय सुंदरी बनी। उन्होंने एक साल मिस वर्ल्ड बनकर लन्दन में बिताया और फिर भारत आकर बॉलीवुड में कदम रखा। ऐश्वर्या की खूबसूरती के कारण उनमें अपार संभावनाएँ उनके अँग्रेजी के प्रोफेसर ने देख ली, जो शौकिया फोटोग्राफर भी थे। उन्होंने ऐश के फोटो खींचकर मिस इंडिया प्रतियोगिता के आयोजकों को भेजी। ऐश की खूबसूरती को देख सभी दंग रह गए। रैम्प पर कैटवॉक करती ऐश का फैशन जगत दीवाना हो गया और वे तेजी से सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ गईं। मिस वर्ल्ड बनने के बाद फिल्म वालों का ध्यान उनकी ओर गया और ऐश को आसानी से फिल्में मिल गईं। एक अभिनेत्री के रूप में सुंदरता ही उनकी बाधा बन गई क्योंकि दर्शक उन्हें सिर्फ निहारना चाहते थे। लिहाजा ‍उन्हें ग्लैमर डॉल के रूप में ही पेश किया जाता रहा। हालाँकि ऐश्वर्या ने कोशिश की कुछ ऐसी फिल्मों को करने की जो उनके अभिनय के लिए याद की जाए। ताल, देवदास, हम दिल दे चुके सनम, रेनकोट, जोधा अकबर, धूम 2, चोखेर बाली उनकी कुछ यादगार फिल्मों में से हैं।

ऐश्वर्या की लव लाइफ

1999 में "हम दिल दे चुके सनम" की शूटिंग के दौरान ऐश्वर्या और सलमान खान एक दुसरे के नजदीक आये और उनका रिश्ता 2 साल चला। दोनों लम्बे समय तक सुर्ख़ियों में रहे ख़ासकर की जब ऐश ने सलमान पर शारीरिक उत्पीडन का आरोप लगाया। फिर ऐश विवेक ओबेरोई के साथ दिखी पर ये रिश्ता भी लम्बा नहीं चला। अंत में उनकी शादी अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन के साथ 20 अप्रैल 2007 को हुई और उनकी जोड़ी "अभी-ऐश" के नाम से जानी जाती है।

कैरियर

देव आनंद का फ़िल्मी सफ़र
वर्ष फ़िल्म
2010 गुजारिश
एक्शन रिप्ले
रोबोट
रावण
2009 द पिंक पेंथर
2008 सरकार राज
जोधा अकबर
2007 प्रोवोक्ड
गुरु
2006 धूम-2
उमराव जान
द मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेस
2005 बंटी और बबली
शब्द
2004 रेनकोट
बल्ले बल्ले! फ्रॉम अमृतसर टू एल.ए.
क्यों! हो गया ना
खाकी
2003 कुछ ना कहो
दिल का रिश्ता
चोखेर बाली
2002 शक्ति - द पावर
देवदास
23 मार्च 1931 शहीद
हम किसी से कम नहीं
हम तु्म्हारे हैं सनम
2001 अलबेला
2000 मोहब्बतें
ढाई अक्षर प्रेम के
हमारा दिल आपके पास है
जोश
मेला
सनम तेरे हैं हम
1999 ताल
हम दिल दे चुके सनम
आ अब लौट चलें
1998 जीन्स
1997 और प्यार हो गया
सिने कैरियर तमिल फिल्म से शुरू

इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में उन्हें मिस फोटोजेनिक के खिताब से भी नवाजा गया। प्रतियोगिता को जीतने के बाद ऐश्वर्या राय ने सामाजिक सरोकार से जुड़े कई क्षेत्रों में काम किया और इस दौरान उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करने का मौका मिला। वर्ष 1997 में ऐश्वर्या राय ने अपने सिने कैरियर की शुरूआत तमिल फिल्म "इरूअर" से की। जिसे मणिरत्नम ने निर्देशित किया। इस विवादस्पद फिल्म में उन्हें दक्षिण भारत के जाने माने अभिनेता मोहन लाल के साथ काम करने का मौका मिला। विवाद के कारण इसे व्यावसायिक सफलता तो नही मिली लेकिन ऐश्वर्या राय ने अपने दमदार अभिनय से समीक्षकों का दिल जीत लिया और वे सर्वश्रेष्ठ नावोनित अभिनेत्री ख़िताब जीतने में जरुर सफल रही। फिल्म इरूअर को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। वर्ष 1997 में ही ऐश्वर्या राय ने बालीवुड में भी कदम रखा और बॉबी देओल के साथ "और प्यार हो गया" में काम किया। दुर्भाज्ञ से यह फिल्म टिकट खिड़की पर विफल साबित हुयी।

"हम दिल दे..." ने कैरियर को उठाया

इसके बाद 1998 में ऐश्वर्या राय ने एस.शंकर की तमिल फिल्म "जीन्स" में काम किया। इस फिल्म की व्यावसायिक सफलता के बाद ऐश्वर्या राय फिल्म इंडस्ट्री में कुछ हद तक अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गयी। 1999 -2005 का समय उनके करियर का सुनहरा समय रहा। इस दौरान उन्होंने एक के बाद एक सफल फिल्में दी और बॉलीवुड की शीर्ष अभिनेत्रियों की होड़ में सबसे आगे निकल गयी। वर्ष 1999 में संजय लीला भंसाली की फिल्म "हम दिल दे चुके सनम" ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुयी। सलमान खान और अजय देवगन जैसे मंझे हुये सितारे की मौजूदगी में भी ऐश्वर्या ने फिल्म में नंदिनी के किरदार को रूपहले पर्दे पर जीवंत कर दिया। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिये फिल्म फेयर पुरस्कार से भी सम्मानित की गयी।

2000 साबित हुआ अहम वर्ष

वर्ष 1999 में ही ऐश्वर्या राय को प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक सुभाष घई की फिल्म "ताल" में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में ऐश्वर्या ने एक ऐसी ग्रामीण लड़की मानसी का किरदार निभाया जो पॉप सिंगर बनने का सपना देखा करती है। फिल्म ने भारत में व्यावसायिक सफलता दर्ज की साथ ही उसने ओवरसीज ख़ासकर अमेरिका में टॉप 20 फिल्मों में अपना नाम दर्ज कराया। इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये भी नामांकित की गयी। वर्ष 2000 ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर के लिये अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी फिल्म "जोश" प्रदर्शित हुयी जिसमें उन्होंने शाहरूख खान की बहन की भूमिका निभायी। इसके साथ ही ऐश्वर्या राय की "हमारा दिल आपके पास है" और "मोहब्बते" जैसी कामयाब फिल्में भी प्रदर्शित हुयी जिन्होंने टिकट खिड़की पर शानदार सफलता हासिल की। "मोहब्बतें" फिल्म से उन्होंने फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सह-कलाकार का ख़िताब भी जीता।

देवदास की पारो सबको खूब भायी

वर्ष 2002 में ऐश्वर्या राय को शरशरत चंद्र चट्टोपाध्याय के मशहूर उपन्यास "देवदास" पर बनी फिल्म में काम करने का अवसर मिला। संजय लीला भंसाली की इसी नाम से बनी फिल्म में पारो के अपने किरदार से उन्होंने दर्शको का दिल जीत लिया। इस फिल्म के लिये दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गयी। इस फिल्म को कांस फिल्म समारोह में विशेष स्क्रीनिंग के दौरान दिखाया गया। इसके अलवा उन्होंने कुछ बांग्ला फिल्में की हैं। वर्ष 2003 में ऐश्वर्या राय को रवीन्द्र नाथ टैगोर के मशहूर उपन्यास 'चोखेरबाली' में काम करने का अवसर मिला। रितुपर्णा घोष निर्देशित इस फिल्म में अपने सशक्त अभिनय से दर्शको का दिल जीत लिया। उसी वर्ष ऐश्वर्या राय ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया और फिल्म "दिल का रिश्ता" का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल नही रही। उनकी अगली अभिषेक बच्चन के साथ "कुछ न कहो" बुरी तरह पिटी पर अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या के बीच एक नए रिश्ते की शुरुआत हुई तो आगे चलकर उनकी शादी में तब्दील हुई। "खाकी" में अमिताभ बच्चन के विपरीत उन्होंने पहली बार नकरात्मक भूमिका अदा की और दर्शकों को एक बड़ा झटका दिया।

उमराव जान के ऐतिहासिक किरदार में

वर्ष 2005 में ऐश्वर्या राय को यश चोपड़ा के बैनर तले बनी फिल्म "बंटी और बबली" में अतिथि कलाकार के रूप में काम करने का अवसर मिला। अभिषेक बच्चन और रानी मुखर्जी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में ऐश्वर्या राय के महज एक आईटम गीत "कजरारे कजरारे तेरे कारे कारे नैना" में नजर आई इसके बावजूद उनका जादू दर्शको के सर चढ़कर बोलता रहा। वर्ष 2006 में ऐश्वर्या राय ने जे.पी.दत्ता की महत्वाकांक्षी फिल्म "उमराव जान" में उमराव जान के ऐतिहासिक किरदार को रूपहले पर्दे पर साकार किया। उर्दू लेखक मिर्जा हादी रूसवा के बहुचर्चित उपन्यास "उमराव जान अदा" की कहानी पर आधारित यह फिल्म टिकट खिड़की पर विफल साबित हुयी लेकिन ऐश्वर्या राय अपने किरदार से समीक्षको के साथ साथ दर्शको का भी दिल जीतने में सफल रही।

2006 की फिल्म धूम 2 में उन्होंने यश राज फिल्मों में वापसी की और उनका हृतिक रोशन के साथ चुबन दृश्य सुर्ख़ियों में रहा। इस फिल्म में उन्होने ने एक बार फिर से नकारात्मक किरदार निभाया और दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया। वर्ष 2007 में ऐश्वर्या राय को प्रसिद्ध निर्माता निर्देशक मणिरत्नम की फिल्म "गुरू" में काम करने का अवसर मिला और यहां भी ऐश्वर्या राय ने अपने सशक्त अभिनय से फिल्म को सुपरहिट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2008 में हृतिक रोशन के साथ आशुतोष गोवारिकर की फिल्म "जोधा अकबर" उस साल की सबसे सफल फिल्मों में रही और दोनों की जोड़ी दर्शकों को बेहद पसंद आने लगी। जिसमें जोधा का ऐतिहासिक किरदार को निभाया।

ऐश्वर्या राय का कॅरियर हमेशा उतार चढ़ाव से भरा रहा है। हिन्दी सिनेमा जगत के अलावा उन्होंने कई अंग्रेजी फिल्मों में भी काम किया है जिसमें पिंक पैंथर 2, द लास्ट लेजन, प्रोवोक्ड, ब्राइड एंड प्रिजुडिस मुख्य हैं। फिल्मों के अलावा अगर आज ऐश्वर्या राय की लोकप्रियता में बढ़ोत्तरी हुई है तो उसका मुख्य कारण उनके द्वारा किए गए विज्ञापन हैं। ऐश्वर्या कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की ब्रांड आम्बेसडर हैं।

मैडम तुसाद म्यूजियम में

वर्ष 2004 में ऐश्वर्या राय को गुरिन्दर चड्ढा की अंग्रेजी फिल्म "प्राइड एंड प्रीजुडिस" और राज कुमार संतोषी की फिल्म "खाकी" में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अवसर मिला। फिल्म में ऐश्वर्या राय ने अपने सिने कैरियर में पहली बार नेगेटिव किरदार निभाया जो सिने दर्शको को काफ़ी पसंद आया। वर्ष 2004 ऐश्वर्या राय के सिने कैरियर का उपलब्धियों वाला वर्ष साबित हुआ। उस वर्ष उनके ऐश्वर्य को देखते हुये लंदन के सुप्रसिद्ध मैडम तुसाद म्यूजियम में उनका मोम का पुतला लगाया गया। यह दूसरा मौका था जब किसी बॉलीवुड कलाकार की मोम की प्रतिमा मैडम तुसाद म्यूजियम में लगायी गयी। इससे पहले सुपरस्टार अमिताभ बच्चन का मोम का पुतला इसी म्यूजियम में लगाया गया था। उसी साल अमेरिका की सुप्रसिद्ध पत्रिका टाइम मैगजीन ने विश्व की 100 प्रभावशाली हस्तियों में ऐश्वर्या राय का नाम शामिल किया।

पुरस्कार

बचपन में ऐश्वर्या

वर्ष 2009 में फिल्म क्षेत्र में ऐश्वर्या राय के उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये भारत सरकार ने उन्हें पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। उसी साल उन्होंने "आर्डर ऑफ़ फ्रांस" का ख़िताब भी मिला पर उन्होंने लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उनके पिता गंभीर रूप से बीमार थे और वे चाहती थी की उनका पूरा परिवार उस समारोह में हो। जून 2009 में उन्हें आइफा और दशक की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ख़िताब मिला। बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन के साथ शादी के बाद अपने पारिवारिक दायित्व को देखते हुये उन्होंने फिल्मों में काम करना काफ़ी कम कर दिया है।

1999 में ऐश्वर्या ने विश्व भ्रमण में बॉलीवुड के प्रचार में हिस्सा लिया था। उनके साथ आमिर खान, रानी मुख़र्जी, अक्षय खन्ना और ट्विंकल खन्ना थे। 2003 में ऐश कान् फिल्म फेस्टिवल में जूरी बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनी। 2004 में ऐश दुनिया के सबसे ऊँचे रणभूमि, सियाचिन पर सैनिकों का मनोबल बढ़ाने पहुंची। उन्होंने और भी कई सरकारी समज सेवी कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया हुआ है।

ख़िताब

1999 फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: हम दिल दे चुके सनम
2000 आइफा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: हम दिल दे चुके सनम
2002 फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: देवदास
2003 आइफा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: देवदास
2009 आइफा दशक की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री
2009 पदम् श्री

5"7' कद वाली ऐश्वर्या राय बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में जानी जाती है। हिंदी फिल्म सिनेमा की महिलाओं में ऐश्वर्या राय ही एक चेहरा है जो दुनिया भर में भारत का प्रतिनिधितव करता है। कान फिल्मोत्सव में ऐश्वर्या के जाने के बाद से विदेशी मीडिया भारतीय फिल्मों के बारे में जानने लगी है। उन्होंने "डेविड लेत्तेर्मन शो" और दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले शो "ओप्रह" पर भी साक्षात्कार दिया। अपने काम की बदौलत उन्होंने ढेर सारे पुरस्कार भी जीते।

पूर्व मिस वर्ल्ड रह चुकी ऐश्वर्या राय भारत की सबसे धनी महिलाओं में शामिल हैं। ऐश्वर्या आज बॉलिवुड की सबसे महंगी अभिनेत्रियों में से एक हैं। दुनिया भर में उनके चाहने वालों ने ऐश्वर्या को समर्पित लगभग 17,000 इंटरनेट साइट बना रखे हैं और उनकी गिनती दुनिया के सबसे खूबसूरत महिलाओं में की जाती है। मशहूर पत्रिका टाइम ने भी 2004 और 2010 में विश्व के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में ऐश्वर्या को शामिल किया था। बच्चन परिवार की बहू होने के साथ अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में एक अलग पहचान बना चुकी ऐश आज न सिर्फ कई बड़ी कंपनियों की ब्रांड अम्बेसडर हैं बल्कि उभरते हुए भारत में नारी सशक्तिकरण की पहचान भी हैं।

ऐश्वर्या राय की शादी

सफलता के दौर में जहां आज सभी अभिनेत्रियां शादी से भाग रही हैं, उन्होंने उसके उलट शादी को अपनाया। 20 अप्रैल, 2007 को उन्होंने अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन से विवाह किया। शादी के बाद भी ऐश्वर्या ने काम करना जारी रखा और कई बेहतरीन फिल्मों में अभिनय किया। उम्मीद है जल्द ही ऐश्वर्या राय बच्चन मां बन जाएं।

ऐश्वर्या राय - कुछ बातें

  • खूबसूरत ऐश्वर्या रॉय बच्चन को अपने शरीर में एक कमी नजर आती है। उन्हें अपने दाँत पसंद नहीं हैं। उनके मुताबिक वे जरूरत से ज्यादा बड़े हैं, लेकिन हँसते समय वे उन्हें छिपाती नहीं हैं।
  • हॉलीवुड की हॉट हीरोइन जूलिया राबर्ट्‍स ने ऐश्वर्या को संसार की सबसे सुन्दर महिला माना है।
  • ऐश्वर्या का नाम जब मिस वर्ल्ड के लिए अनाउंस हुआ, तो उन्होंने मासूमियत से अपनी हथेलियों के बीच चेहरा छिपा लिया। ऐश की आँखों में खुशी के आँसू थे।
  • मिस वर्ल्ड बनने के बाद ऐश भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा से मिलने राष्ट्रपति भवन गईं। उन्होंने डॉ. शर्मा और श्रीमती विमला शर्मा के पैर छूकर प्रणाम किया। ऐश के अनुसार- ‘ऐसा महसूस हुआ, जैसे अपने दादा-दादी के पैर छू रही हूँ।’
  • ऐश्वर्या ने विश्व की सबसे सेक्सी आँखों को मरणोपरांत दान करने की घोषणा की है। वे नेत्रदान का अभियान भी संचालित करती हैं।
  • ऐश को मॉडल बनाने का श्रेय उनके अँगरेजी के प्रोफेसर को है, जो पढ़ाते कम थे और ऐश के फोटो उतारने में ज्यादा दिलचस्पी रखते थे।
  • नब्बे के दशक में एक शीतल पेय के विज्ञापन में छरहरी-सी मासूम लड़की आमिर खान के साथ क्या दिखाई दी, चारों तरफ शोर मच गया।
  • मॉडलिंग के करियर के दौरान मुम्बई का फ़ैशन-वर्ल्ड ऐश को रैम्प पर केटवॉक करते देख उन पर लट्टू हो गया और सभी ऐश के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने के लिए उत्सुक हो गए।
  • राजेश खन्ना अभिनीत ‘आनंद’ ऐश को बेहद पसंद है। गुरुदत्त, राजकपूर और ऋषिकेश मुखर्जी ऐश के पसंदीदा फिल्मकार हैं।
  • खूबसूरत ऐश मधुबाला, नर्गिस और माधुरी दीक्षित की सुंदरता पर फिदा हैं। अभिषेक बच्चन से भले ही उन्होंने शादी की हो, लेकिन हॉलीवुड अभिनेता टॉम क्रूज उनके सपनों के राजकुमार हैं।
  • ऐश को सादा खाना पसंद है- दाल, चावल और सब्जियाँ, बस।
  • मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के दौरान नेल्सन मंडेला ने ऐश्वर्या से उसके जैसा सुंदर दक्षिणी अफ्रीकी दूल्हा ढूँढने का वादा किया था।
  • संजय दत्त ने जब पहली बार ऐश को देखकर होश खोया तो बोले - ये लड़की अब्बी के अब्बी चइये। इसे हीरोइन बनाओ।
  • फिल्म हीरोइन की माँ बहुत महत्वपूर्ण होती है। ऐश की माँ वृंदा ने अपनी कहानी पर आधारित होम प्रोडक्शन की फिल्म 'दिल का रिश्ता' बनाई। फिल्म फ्‍लॉप रही।


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