आना-जाना
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आना-जाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ-
- एक-दूसरे के यहाँ बराबर मिलने के लिए आते-जाते रहना।
- सूझना।
- जनमना और मरना।
- नफ़ा-नुकसान, हानि-लाभ।
प्रयोग -
- दोनों परिवारों में आना-जाना इतना ज्यादा बढ़ गया है कि दूसरे का हाल जाने बिना चैन नहीं पड़ता। - (गिरिधर गोपाल)
- मन में इस वक्त कुछ भी आ-जा नहीं रहा था। - (कमलेश्वर)
- दुनिया यों ही चलती रही है, चलती रहेगी; किसी के आने-जाने से कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ता। - (गिरिधर गोपाल)
- बस आए दिन टंटा ख़ैर, जाने दीजिए, जब तकदीर ही काले पानी को सज़ा दे रही है तो फिर किसी तदबीर से क्या आना-जाना। - (राजा राधिका रमण प्रसाद सिहं)