प्रकाश चंद्र सेठी
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रकाश चंद्र सेठी (अंग्रेज़ी: Prakash Chandra Sethi, जन्म- 10 अक्टूबर, 1920, झालावाड़, राजस्थान; मृत्यु- 21 फ़रवरी, 1996) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। वह दो बार- 29 जनवरी 1972 से 22 मार्च 1972 तक और फिर 23 मार्च 1972 से 22 दिसंबर 1975 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। प्रकाश चंद्र सेठी के मन में इंदिरा गांधी के लिए बेहद सम्मान था। वे हर काम में उनकी राय लेते थे। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रकाश चंद्र सेठी का राजनीतिक करियर भी खत्म होने लगा था।
राजनीतिक सफर
- सन् 1939 में प्रकाश चंद्र सेठी उज्जैन के माधव महाविद्यालय के स्नेह सम्मेलन के एवं माधव क्लब के सचिव रहे।
- 1942 में स्वतंत्रता आन्दोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिये महाविद्यालयीन शिक्षा का बहिष्कार किया।
- 1942 में तथा 1949 से 1952 तक मध्य भारत इंटक के उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला।
- सन् 1951 से अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य, सन् 1948-1949 में इंटक से संबंधित टेक्सटाईल वर्कर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे। मध्य भारत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे।
- 1951, 1954 तथा 1957 में उज्जैन जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
- 1953 से 1957 तक मध्य भारत, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य रहे।. मध्य भारत कला परिषद् के सदस्य रहे।
- 1954-1955 में मध्य भारत कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे।
- सन् 1956 से 1959 तक मध्य भारत ग्राम तथा खादी मंडल तथा प्रादेशिक परिवहन समिति के सदस्य रहे।
- सन् 1957 से 1959 तक उज्जैन जिला सहकारी बैंक के संचालक रहे।
- सन् 1953 बिहार में, सन् 1954 पेप्सू में तथा सन् 1959 केरल में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की ओर से चुनाव प्रचारक रहे। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के द्वारा सन् 1955-1956 में कर्नाटक, महाराष्ट्र, बम्बई और गुजरात के लिये क्षेत्रीय प्रतिनिधि नियुक्त हुए।
- सन् 1958 में अफ़ग़ानिस्तान, सन् 1960 में अमेरिका, कनाड़ा, इंग्लैंड, नार्वे, स्वीडन, डेनमार्क, जर्मनी, फ़्राँस, स्विट्जरलेंड, मिस्र और सन् 1962 में चेकोस्लोवाकिया तथा ऑस्ट्रिया की यात्राऐं कीं।[1]
- फ़रवरी, 1961 तथा अप्रैल, 1964 में राज्यसभा के लिये सदस्य निर्वाचित हुए।
- दिसम्बर 1966 में बिहार में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के पर्यवेक्षक रहे।
- फ़रवरी, 1967 में लोक सभा के लिये निर्वाचित हुए।
- 9 जून, 1962 से मार्च, 1967 तक केन्द्रीय उप मंत्री रहे।
- 13 मार्च, 1967 से राज्यमंत्री, 26 अप्रैल, 1968 से 23 फ़रवरी, 1969 तक इस्पात, खान और धातु मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभारी मंत्री रहे तथा 14 फ़रवरी, 1969 को वित्त मंत्रालय में राजस्व तथा व्यय मंत्री रहे।
- सितम्बर, 1969 में बारबाडोस (वेस्टइंडीज) के राष्ट्र मंडलीय वित्त मंत्री सम्मेलन में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व किया।
- अक्टूबर, 1969 में कोलम्बो योजना सम्मेलन के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व किया।
- एशियाई विकास बैंक मनीला और अन्तर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण तथा विकास बैंक में भारत के गवर्नर मनोनीत हुए।
- 27 जून, 1970 को प्रतिरक्षा उत्पादन मंत्री बने। तदुपरांत पेट्रोलियम तथा रसायन राज्य मंत्री रहे।
- 29 जनवरी, 1972 के आम चुनाव में विधान सभा के लिये निर्वाचित होकर पुन: सदन के नेता निर्वाचित हुए।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ श्री प्रकाश चन्द्र सेठी (हिंदी) mpvidhansabha.nic.in। अभिगमन तिथि: 6 अक्टूबर, 2020।
संबंधित लेख
क्रमांक | राज्य | मुख्यमंत्री | तस्वीर | पार्टी | पदभार ग्रहण |