जिज्ञासा -अशोक चक्रधर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:05, 15 नवम्बर 2011 का अवतरण ('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा पुस्तक ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
जिज्ञासा -अशोक चक्रधर
चुनी चुनाई
चुनी चुनाई
कवि अशोक चक्रधर
देश भारत
पृष्ठ: 200
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
अशोक चक्रधर की रचनाएँ


एकाएक मंत्री जी
कोई बात सोचकर
मुस्कुराए,
कुछ नए से भाव
उनके चेहरे पर आए।
उन्होंने अपने पी.ए. से पूछा—
क्यों भई,
ये डैमोक्रैसी क्या होती है ?

पी.ए. कुछ झिझका
सकुचाया, शर्माया।

-बोलो, बोलो
डैमोक्रैसी क्या होती है ?

-सर, जहां
जनता के लिए
जनता के द्वारा
जनता की
ऐसी-तैसी होती है,
वहीं डैमोक्रैसी होती है।

संबंधित लेख