एडुसैट उपग्रह

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:38, 11 अगस्त 2012 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
एजुसैट उपग्रह

एडुसैट को 'जीसैट-3' के रूप में जाना जाता है। यह पाठशाला स्तर से उच्च शिक्षा तक सुदूर शिक्षा के लिए बना है। यह पहला समर्पित "शिक्षा उपग्रह" है, जो देश भर में शैक्षणिक सामग्री के संवितरण के लिए कक्षा को उपग्रह आधारित दोतरफ़ा संचार उपलब्ध कराता है।

यह भू-तुल्यकालिक उपग्रह आई-2के बस पर विकसित किया गया है। जीसैट-3 74° पू. रेखांश पर मेटसैट (कल्पना-1) और इन्सैट-3सी के साथ सह-स्थित है।

मिशन शिक्षा
अंतरिक्षयान का भार 1950.5 कि.ग्रा. भार (उत्थापन के समय)

819.4 कि.ग्रा. (शुष्क भार)

ऑनबोर्ड पॉवर 2040 वॉ (ईओएल) जनित करते हुए 2.54 मी. x 1.525 मी. आकार के कुल चार सौर पैनल, ग्रहण सहाय के लिए दो 24 एएच एनआईसीडी बैटरियाँ
स्थिरीकरण संवेदक, संवेग और अभिक्रिया चक्र, चुंबकीय आघूर्णक और आठ 10 एन और 22 एन अभिक्रिया नियंत्रक थ्रस्टरों का उपयोग करते हुए कक्षा में 3-अक्षीय पिंड स्थिरीकृत
नोदन कक्षा संवर्धन के लिए एमओएन - 3 और एमएमएच सहित 440 एन द्रव अपभू मोटर
नीतभार
  • छह उच्च विस्तृत सी-बैंड प्रेषानुकर
  • क्षेत्रीय किरणपुंज कवरेज सहित पाँच निम्न के.यू. बैंड प्रेषानुकर
  • भारतीय मुख्य भूमि कवरेज सहित एक निम्न के.यू. बैंड राष्ट्रीय किरणपुंज प्रेषानुकर
  • के.यू. बीकन
  • विस्तारित कवरेज सहित 12 सी बैंड उच्च पॉवर प्रेषानुकर, जो 63 वॉ एलटीडब्ल्यूटीए का उपयोग करते हुए भारतीय मुख्य भूमि के अलावा दक्षिणपूर्वी और उत्तरपश्चिमी क्षेत्रों को आवृत करती है
प्रमोचन दिनांक 20 सितंबर, 2004
प्रमोचन स्थल शार, श्रीहरिकोटा, भारत
प्रमोचक रॉकेट जीएसएलवी-एफ़01
कक्षा भू-स्थिर (74o पू रेखांश)
मिशन कालावधि 7 वर्ष (न्यूनतम)


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख