वृषसेन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:25, 3 जनवरी 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=वृषसेन|लेख का नाम=वृषस...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
वृषसेन | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- वृषसेन (बहुविकल्पी) |
वृषसेन का उल्लेख प्राचीन महाकाव्य महाभारत में हुआ है।
- ये एक प्राचीन राजा थे, जो यम की सभा में रहकर यम की उपासना करते थे।[1]
- एक अभिमानी राजा, जो कि युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में उपस्थित थे।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 476 |
- ↑ महाभा. सभा पर्व 8.13
- ↑ महा. सभा पर्व 44.21-22
संबंधित लेख