गार्हपत्य

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गार्हपत्य हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार एक अग्नि का नाम था।

  • वेदों के अनुसार तीन ही अग्नियाँ हैं, जिनका उल्लेख इस प्रकार है-
  1. पिता गार्हपत्य अग्नि हैं।
  2. माता दक्षिणाग्नि मानी गयी हैं।
  3. गुरु आहवनीय अग्नि का स्वरूप हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 44 |


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