अमाहठ
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अमाहठ हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार जनमेजय के सर्प-यज्ञ में जला एक सर्प था।
इन्हें भी देखें: जनमेजय
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 14 |
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