ईश्वर (विश्वेदेवा)
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ईश्वर हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार एक विश्वेदेवा[1] हैं।
- कश्यप से सुरभि में उत्पन्न 11 रुद्रों में से एक थे, जिनका निवास-स्थान ब्रह्मलोक के सामने शिवपुर में है।
- यह त्रिमूर्ति के अधिपति हैं तथा सूर्य के अधिदेवता।
- ईश्वर सारे संसार का अधिपति है। इनके 10 प्रधान गुण बताये गये हैं-
- गुण-ज्ञान
- वैराग्य
- ऐश्वर्य
- तप
- सत्य
- धैर्य
- क्षमा
- द्रष्ट्रत्व
- अपना सबसे सम्बन्ध
- सर्वाधारता
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 21 |
- ↑ महेश्वर और शंकर
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