इक्ष्वाकु (क्षुप पुत्र)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:39, 22 मई 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=इक्ष्वाकु |लेख का नाम=इ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
इक्ष्वाकु | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- इक्ष्वाकु (बहुविकल्पी) |
इक्ष्वाकु हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार वैवस्वत मनु के वंश में उत्पन्न एक राजा थे, जो क्षुप के पुत्र थे तथा विंश के पिता थे।[1] इक्ष्वाकु के सौ पुत्र थे, जो बड़े धार्मिक थे तथा इन्होंने उन सभी पुत्रों को इस पृथ्वी का पालक बना दिया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 20 |
- ↑ महाभारत आश्वमेधिक पर्व 4.1-18
संबंधित लेख