जैत्र (सेवक)
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:40, 31 मई 2016 का अवतरण ('{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=जैत्र|लेख का नाम=जैत्र (...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
जैत्र | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- जैत्र (बहुविकल्पी) |
जैत्र हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के उल्लेखानुसार भगवान श्रीकृष्ण का एक सेवक था, जो राजसूय यज्ञ में उनके साथ इन्द्रप्रस्थ गया था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
श्रीमद्भागवत महापुराण दशम स्कन्ध |प्रकाशक: गीताप्रेस, गोरखपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 484 |
संबंधित लेख